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AAP ने संगरूर सीट के लिए झोंकी ताकत, मूसवाला हत्याकांड से बदला माहौल

आम आदमी पार्टी (AAP) के प्रमुख अरविंद केजरीवाल सोमवार को पंजाब पहुंचे. सीएम भगवंत मान ने उनका स्वागत किया. इसके बाद वे संगरूर लोकसभा सीट पर हो रहे उपचुनाव में पार्टी का प्रचार करने पहुंचे.

Updated on: 20 Jun 2022, 07:10 PM

highlights

  • संगरूर से AAP ने जिला इंचार्ज गुरमेल सिंह को टिकट दिया है. 
  • AAP के प्रमुख अरविंद केजरीवाल सोमवार को पंजाब पहुंचे
  • मूसेवाला की हत्या के बाद से पार्टी की मुश्किलें बढ़ गई हैं

नई दिल्ली:

आम आदमी पार्टी (AAP) के प्रमुख अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) सोमवार को पंजाब पहुंचे. सीएम भगवंत मान (Bhagwant Mann) ने उनका स्वागत किया. इसके बाद वे संगरूर लोकसभा सीट पर हो रहे उपचुनाव में पार्टी का प्रचार करने पहुंचे. उन्होंने पंजाब के सीएम भगवंत मान के साथ संगरूर से बरनाला तक रोड शो  निकाला. देशभर में पार्टी के पास यहीं से एकमात्र लोकसभा सीट थी, ये भगवंत मान के इस्तीफे के बाद खाली हो चुकी है. इसे बचाने के लिए पार्टी ने पूरी ताकत झोंक रखी है. संगरूर से AAP ने जिला इंचार्ज गुरमेल सिंह को टिकट दिया है. 

इस दौरान प्रचार के दौरान अरविंद केजरीवाल ने कहा कि 2014 और 2019 में भगवंत मान को संसद में पहुंचाया था, यहां से जो चिंगारी शुरू हुई, वो पूरे पंजाब में पहुंची और फिर 92 सीटें मिलीं. भगवंत मान ने भ्रष्टाचार के मामले में अपने मंत्री को जेल भेजा. मान साहब ने ऐलान कर दिया कि 1 जुलाई से पूरे पंजाब में 300 यूनिट बिजली फ्री होगी, पहला वादा तो हो गया. अब स्कूल ठीक करेंगे, अस्पताल ठीक करेंगे. मान तो सीएम बन गए, पंजाब की आवाज को संसद में पहुंचाने के लिए अब गुरमेल सिंह को वोट दें.

सीएम मान संगरूर में डटे हैं

सीएम भगवंत मान संगरूर लोकसभा में डटे हुए हैं. वे लगातार 2 बार यहां से सांसद भी रह चुके हैं. पंजाब सरकार के मंत्री भी यहां पर प्रचार कर रहे हैं. दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया भी यहां प्रचार करने में जुटे हुए हैं. पंजाब के सभी विधायकों को आप ने गांव-गांव में प्रचार पर लगा रखा है.

मूसेवाला हत्याकांड के बाद बढ़ी मुश्किल

संगरूर सीट आम आदमी पार्टी के लिए सुरक्षित मानी जा रही थी. मगर बीते माह पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या के बाद से पार्टी की मुश्किलें बढ़ गई हैं. पंजाब की AAP सरकार द्वारा सुरक्षा वापस लेने के बाद अगले ही दिन मूसेवाला की हत्या हो गई थी. हालांकि हत्या के समय उन्हें मिले 2 गनमैन भी उनके साथ नहीं थे. यूथ मूसेवाला की हत्या के बाद से पार्टी से नाराज चल रहे हैं.