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आंध्रप्रदेश पहुंचा चक्रवाती तूफ़ान, भूस्खलन का मंडरा रहा है ख़तरा

मौसम विभाग ने भी इस बात की पुष्टि की है कि तूफ़ान बंगाल की खाड़ी से बढ़ते हुए नेल्लोर तक पहुंच चुका है।

Updated on: 11 Dec 2016, 04:04 PM

नई दिल्ली:

बंगाल की खाड़ी के दक्षिण पूर्व भाग में शुक्रवार की रात 'वर्धा' चक्रवाती तूफ़ान आया था। मौसम विभाग के मुताबिक़ पिछले 24 घंटे में ये तूफ़ान 7 किलोमीटर की रफ़्तार से पश्चिम-उत्तरपश्चिम दिशा की तरफ़ बढ़ते हुए आंध्रप्रदेश के नेल्लोर और मछलीपट्टनम के बीच में आकर रुक गया है।

मौसम विभाग का ये भी कहना है कि 12 दिसम्बर तक यह तूफ़ान उत्तरपश्चिम की तरफ बढ़ते हुए नेल्लोर और मछलीपट्टनम के बीच पहुंच जाएगा। इस दौरान प्रभावित क्षेत्रो में भूस्खलन की आशंका जताई गई है।

मौसम विभाग के मुताबिक़ ऐसी संभावना है कि अगले 24 घंटे में ये चक्रवात तूफ़ान पश्चिम-उत्तरपश्चिम की तरफ़ घूमेगा। हालांकि उन्होंने ये भी कहा है कि रविवार शाम तक हवा की रफ़्तार धीमी हो सकती है। माना जा रहा है कि जैसे जैसे वक़्त बीतता जाएगा हवा की रफ़्तार धीमी होती जायेगी और सोमवार दोपहर या शाम तक ये तूफ़ान दक्षिण आंध्रप्रदेश के नेल्लोर और मछलीपट्टनम को पार कर जायेगी।

तमिलनाडु मौसम विभाग ने भी इस बात की पुष्टि की है कि तूफ़ान बंगाल की खाड़ी से बढ़ते हुए नेल्लोर तक पहुंच चुका है।

प्रभावित राज्यों के अधिकारियों को निर्देश जारी कर राहत एवं बचाव कार्य के लिए सभी जरूरी कदम उठाने को कहा गया है। आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री चन्द्रबाबू नायडू ने हालात की गंभीरता को देखते हुए अपने संयुक्त अरब अमीरात और कुवैत की यात्रा कैंसिल कर दी है। जिससे मुख्यमंत्री राज्य की बेहतर देखभाल कर दे सके। 

मौसम विभाग के अनुसार, इस चक्रवात के प्रभाव से रविवार को तटीय आंध्र प्रदेश के कई इलाकों में बारिश होने और पूर्वी गोदावरी, पश्चिमी गोदावरी, कृष्णा, गंटूर और प्रकाशम जिलों में भारी से अत्यधिक भारी बारिश की संभावना है।

मौसम विभाग ने सोमवार को विशाखापट्टनम, विजियनगरम और श्रीककुलम जिलों को छोड़कर तटीय आंध्र के सभी जिलों में कुछ स्थानों पर भारी से लेकर अत्यधिक भारी बारिश की संभावना जताई है।

मौसम विभाग के अनुसार शनिवार से तटीय आंध्र प्रदेश में और तट से दूर 45 से 50 और 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की संभावना है।

खराब मौसम को देखते हुए आंध्र प्रदेश के तट पर और तट से दूर मछुआरों को समुद्र में न जाने और पहले से ही समुद्र में मौजूद मछुआरों को लौटने की सलाह दी गई है।

इसी बीच, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने एक टेलीकॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अधिकारियों से बात कर स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने सभी तटीय जिलों के कलेक्टरों को सतर्क रहने और जरूरी एहतियाती कदम उठाने को कहा है।