पुडुचेरी के चुनाव की तारीखों का ऐलान थोड़ी देर में, अभी है राष्ट्रपति शासन
केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी में वी. नारायण सामी मुख्यमंत्री थे लेकिन हाल ही में विधानसभा में बहुमत साबित ना करने के बाद उन्होंने इस्तीफा दे दिया. वर्तमान में यहां राष्ट्रपति शासन लगा हुआ है.
highlights
- केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी में विधानसभा चुनाव के लिए आज तारीखों का ऐलान होगा
- पुडुचेरी में इसी सप्ताह राजनीतिक घटनाक्रम तेजी से बदला है. यहां विधानसभा की 30 सीटें हैं
नई दिल्ली:
केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी (Puducherry) में विधानसभा चुनाव के लिए आज यानि शुक्रवार (26 फरवरी 2021) तारीखों का ऐलान होने जा रहा है. चुनाव आयोग आज शाम 4.30 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस करके चुनाव की तारीखों का ऐलान करेगा. आज की प्रेस कॉन्फ्रेंस में चुनाव आयोग पुडुचेरी, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, असम और केरल विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो सकता है. पुडुचेरी में इसी सप्ताह राजनीतिक घटनाक्रम तेजी से बदला है. यहां विधानसभा की 30 सीटें हैं. केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी में वी. नारायण सामी मुख्यमंत्री थे लेकिन हाल ही में विधानसभा में बहुमत साबित ना करने के बाद उन्होंने इस्तीफा दे दिया. वर्तमान में यहां राष्ट्रपति शासन लगा हुआ है. पिछले चुनाव में कांग्रेस ने सबसे ज्यादा 15 सीटें जीती थी. उसके बाद एआईएडीएमके को 4, एआईएनआरसी को 8, डीएमके को 2 और अन्य को 1 सीटें मिली थीं. यहां सरकार बनाने के लिए 16 सीटों की जरूरत होती है. पुडुचेरी में 3 मनोनीत पद भी हैं जिन पर बीजेपी के नेता काबिज हैं.
यह भी पढ़ें: देश बंगाल, तमिलनाडु, केरल सहित 5 राज्यों में चुनाव की तारीखों का आज हो सकता है ऐलान
पिछले दिनों पुडुचेरी की राजनीति में काफी उथल-पुथल देखने को मिली थी. बहुमत साबित नहीं कर पाने की वजह से वहां कांग्रेस की सरकार गिर गई थी. फिलहाल राज्य में राष्ट्रपति शासन लगा हुआ है.
किस राज्य में किसकी सरकार
पश्चिम बंगाल - टीएमसी
असम - बीजेपी
केरल - एलडीएफ
तमिलनाडु - एआईएडीएमके
पुड्डुचेरी - कांग्रेस-डीएमके की सरकार थी, फिलहाल राष्ट्रपति शासन
इन पांच राज्यों में होने हैं विधानसभा चुनाव
पश्चिम बंगाल - कुल सीट 294
असम - कुल सीट 126
केरल - कुल सीट 140
तमिलनाडु - कुल सीट 234
पुडुचेरी- कुल सीट 30
बता दें कि पुडुचेरी में कुल 30 विधानसभा सीट है. पुडुचेरी विधानसभा में तीन सदस्य को नामित किया जाता है. 1963 में तीन सदस्यों को नामित करने का प्रविधान किया गया था. 1985 में पहली बार एमओएच फारूक की कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में इसका इस्तेमाल किया गया था और उस समय से अभी तक यह लगातार जारी है.
यह भी पढ़ें: जिन 5 राज्यों में होने हैं चुनाव, जानें कब खत्म हो रहा है उन विधानसभा का कार्यकाल
2016 के कांग्रेस को मिली थी 15 सीट
2016 के चुनाव में कांग्रेस ने 15 सीटों पर जीत दर्ज की थी. कांग्रेस ने डीएमके साथ मिलकर सरकार बनाई थी. मुख्य विपक्षी दल एआईएनआरसी को 8 सीटों पर जीत मिली थी. बता दें कि कांग्रेस और डीएमके गठबंधन सरकार के कई विधायकों के द्वारा इस्तीफा दिए जाने की वजह से सदन में वी. नारायणसामी के नेतृत्व वाली सरकार का संख्या बल सिर्फ 11 रह गया था. विपक्ष के पास मौजूदा समय में 14 विधायक थे.
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
धर्म-कर्म
-
Rang Panchami 2024: आज या कल कब है रंग पंचमी, पूजा का शुभ मुहूर्त और इसका महत्व जानिए
-
Good Friday 2024: क्यों मनाया जाता है गुड फ्राइडे, जानें ये 5 बड़ी बातें
-
Surya Grahan 2024: सूर्य ग्रहण 2024 किन राशि वालों के लिए होगा लकी
-
Bhavishya Puran Predictions: भविष्य पुराण के अनुसार साल 2024 की बड़ी भविष्यवाणियां