प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज यानी शनिवार को अरुणाचल प्रदेश की राजधानी ईटानगर में ईटानगर में डोनी पोलो हवाई अड्डे का उद्घाटन किया. ईटानगर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आप जानते हैं कि हम एक कार्य संस्कृति लेकर आए हैं, जहां जिन परियोजनाओं का हमने शिलान्यास किया है, उनका उद्घाटन करते हैं। अटकाना, लटकाना, भटकाना का युग चला गया है. पीएम मोदी ने कहा कि जब मैंने 2019 में इसका शिलान्यास किया, तब चुनाव होने वाले थे। राजनीतिक टिप्पणीकारों ने शोर मचाया कि हवाई अड्डा नहीं बनने जा रहा है और आज इसका उद्घाटन हो रहा है। कल्चर हो या एग्रीकल्चर, कॉमर्स हो या कनेक्टिविटी, पूर्वोत्तर को आखिरी नहीं बल्कि सर्वोच्च प्राथमिकता मिलती है.
आपको बता दें कि ईटानगर हवाई अड्डा एक ग्रीनफील्ड हवाई अड्डा परियोजना है. इस परियोजना का निर्माण राजधानी ईटानगर से 14 किलोमीटर दक्षिण में होलोंगी में होना है. यह भारत के अरुणाचल प्रदेश के पापुम पारे जिले में आताहै. इसके साथ ही यह भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण द्वारा 320 हेक्टेयर क्षेत्र में बनाया जा रहा है.
जानें क्या हैं परियोजना के प्रस्तावित निर्माण-
- एक नए 2300 मीटर रनवे का निर्माण
- नए 5100 वर्ग मीटर में फैला टर्मिनल भवन का निर्माण
- 200 यात्रियों की क्षमता के हिसाब से बनेगा टर्मिनल भवन
- नया एयर ट्रैफिक कंट्रोल टॉवर तथा तकनीकी ब्लॉक और फायर स्टेशन जैसी सुविधाएं
- होटल, कन्वेंशन सेंटर आदि की व्यवस्था
- एप्रन 115 मीटर लंबा और 106 मीटर चौड़ा होगा
ये हैं खासियत
- इस हवाई अड्डे को 640 करोड़ से ज्यादा की लागत से 690 एकड़ में विकसित किया गया है. इसका रनवे 2,300 मीटर लंबा है और हर प्रकार के मौसम में संचालन के लिए अच्छी तरह से अनुकूल है.
- हवाई अड्डे का नाम अरुणाचल प्रदेश की परंपराओं और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और राज्य में सूर्य ('डोनी') और चंद्रमा ('पोलो') के प्रति सदियों पुरानी स्वदेशी श्रद्धा को दर्शाता है.
- हवाई अड्डा टर्मिनल एक एडवांस बिल्डिंग है, जो एनर्जी एफिशिएंसी, रिनेबल एनर्जी और संसाधनों के रिसाइकिलिंग को बढ़ावा देती है।
- होलोंगी में टर्मिनल का निर्माण लगभग 955 करोड़ रुपये की लागत से 4,100 वर्ग मीटर के क्षेत्र में किया गया है. इसकी प्रति घंटे 200 यात्रियों की अधिकतम संचालन क्षमता है।
- डोनी पोलो हवाई अड्डा अरुणाचल प्रदेश में चौथा परिचालन हवाई अड्डा है.
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