ओडिशा Economic Offence Wing ने 3 साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया

ओडिशा के कई लोगों को कथित तौर पर ठगने के आरोप में राजस्थान के दो लोगों समेत तीन साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है. ओडिशा की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) के एक अधिकारी ने बताया कि महमूद खान और मुनफेड खान को राजस्थान से और अनिल खिलर को ओडिशा के मयूरभंज जिले से गिरफ्तार किया गया. आरोपियों ने कुछ अन्य लोगों के साथ ओडिशा, पश्चिम बंगाल, बिहार और असम के विभिन्न निर्दोष/देहाती व्यक्तियों के नाम पर इंडियन पोस्ट पेमेंट बैंक (आईपीपीबी) में लगभग 2000 म्यूल खाते खोले हैं.

ओडिशा के कई लोगों को कथित तौर पर ठगने के आरोप में राजस्थान के दो लोगों समेत तीन साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है. ओडिशा की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) के एक अधिकारी ने बताया कि महमूद खान और मुनफेड खान को राजस्थान से और अनिल खिलर को ओडिशा के मयूरभंज जिले से गिरफ्तार किया गया. आरोपियों ने कुछ अन्य लोगों के साथ ओडिशा, पश्चिम बंगाल, बिहार और असम के विभिन्न निर्दोष/देहाती व्यक्तियों के नाम पर इंडियन पोस्ट पेमेंट बैंक (आईपीपीबी) में लगभग 2000 म्यूल खाते खोले हैं.

author-image
IANS
New Update
Indian Navy soldiers death penality

(source : IANS)( Photo Credit : Twitter)

ओडिशा के कई लोगों को कथित तौर पर ठगने के आरोप में राजस्थान के दो लोगों समेत तीन साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है. ओडिशा की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) के एक अधिकारी ने बताया कि महमूद खान और मुनफेड खान को राजस्थान से और अनिल खिलर को ओडिशा के मयूरभंज जिले से गिरफ्तार किया गया. आरोपियों ने कुछ अन्य लोगों के साथ ओडिशा, पश्चिम बंगाल, बिहार और असम के विभिन्न निर्दोष/देहाती व्यक्तियों के नाम पर इंडियन पोस्ट पेमेंट बैंक (आईपीपीबी) में लगभग 2000 म्यूल खाते खोले हैं.

Advertisment

ईओडब्ल्यू अधिकारी ने कहा कि उन्होंने ओडिशा के नबरंगपुर जिले के कई लोगों को यह दिखाकर धोखा दिया है कि खाताधारकों को इन खातों के माध्यम से विभिन्न सरकारी योजनाओं के तहत मौद्रिक लाभ मिलेगा, लेकिन इन खातों का इस्तेमाल वास्तविक खाताधारकों के ज्ञान से परे अवैध धन लेनदेन के लिए किया गया था. स्थानीय आरोपी अनिल खिल्लर राजस्थान में घोटालेबाजों को सिम सप्लाई करता था. उसने घोटालेबाजों को कम से कम 1200 सिम खरीद कर भेजी हैं.

ईओडब्ल्यू ने जांच के दौरान पाया कि राजस्थान के कुछ घोटालेबाजों के साथ आपराधिक साजिश में नबरंगपुर के कुछ स्थानीय युवकों सुबीर बेन्या, उपेंद्र समर्थ, राजेंद्र हरिजन, धनसिंह हरिजन और सांसई सांता (ग्रामीण डाक सेवक) ने आधार, पैन, निर्दोष ग्रामीणों की तस्वीरों के आधार पर आईपीपीबी में सैकड़ों म्यूल खाते बनाए हैं.

उन्होंने कहा कि इन खातों को राजस्थान से संचालित होने वाले जालसाजों द्वारा प्रदान किए गए विभिन्न सिम नंबरों के साथ जोड़ा जा रहा था. नतीजतन, इन खातों के माध्यम से किए गए किसी भी लेनदेन की सूचना जालसाजों को दी जा रही थी, जो दिए गए सिम नंबरों के साथ फोन का प्रबंधन कर रहे थे.

इससे पहले, ईओडब्ल्यू ने पांच स्थानीय आरोपियों को गिरफ्तार किया था, जिन्होंने खुलासा किया था कि वे राजस्थान के धोखेबाजों के लिए इलाके में म्यूल खाते खोल रहे थे और प्रति खाता 2,000 रुपये वसूल रहे थे. उनके इनपुट के आधार पर दोनों व्यक्तियों को राजस्थान के अलवर से गिरफ्तार किया गया. शुरुआती जांच के अनुसार, महमूद खान को आईपीपीबी, नबरंगपुर में धोखाधड़ी से खोले गए म्यूल खातों के माध्यम से 62 लाख रुपये प्राप्त हुए.

पुलिस ने कहा कि जालसाज इस घोटाले में इस्तेमाल होने वाले विभिन्न स्रोतों/राज्यों से अवैध रूप से सिम भी खरीद रहे थे.

Source : IANS

odisha Economic Offense Wing arrested 3 cyber criminals Crime news
      
Advertisment