मेघालय के कोयला खदान में चल रहा रेस्क्यू ऑपरेशन (फाइल फोटो)
नेवी के जवानों ने मेघालय के अवैध कोयला खदान में चल रहे रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान एक लाश बरामद की है. जवानों को यह लाश पूर्वी जैंतिया हिल्स के कोयला खदान में 200 फीट की गहराई में मिला. अन्य मासूमों को बचाने के लिए खदान में रेस्क्यू ऑपरेशन अभी जारी है. बता दें कि 13 दिसंबर से कुछ मासूम मेघालय के इस खदान में फंसे हुए हैं. रेस्क्यू ऑपरेशन में नेवी के जवानों की भी मदद ली जा रही है. इससे पहले खदान में फंसे लोगों का मामला सुप्रीम कोर्ट भी गया था, जहां अदालत ने सुनवाई करते हुए केंद्र और राज्य सरकार से उचित जरूरी कदम उठाने के निर्देश दिए थे. सुप्रीम कोर्ट ने मासूम बच्चों के खदान में फंसे होने को लेकर चिंता भी जताई थी और सरकार से पूछा था कि मासूम बच्चों को खदान में क्यों ले जाया गया. कोर्ट ने राहत कार्यों का ब्यौरा देने को भी कहा था. कोर्ट ने यह भी टिप्पणी की कि अथॉरिटी शुरुआत में ही राहत कार्यों को ठीक से अंजाम देने में नाकामयाब रही है.
Meghalaya: Operation continues to rescue the miners who have been trapped in a mine at Ksan near Lyteiñ River in East Jaintia Hills, one body has been recovered. The miners are trapped since 13th December. #meghalayaminerspic.twitter.com/trqWsHmzwc
— ANI (@ANI) January 17, 2019
#UPDATE#Meghalaya: Navy has recovered a body from the illegal coal mine at East Jaintia Hills, at a depth of more than 200 feet. Search operations for the rest of the miners continue. pic.twitter.com/C88qhuktjB
— ANI (@ANI) January 17, 2019
सॉलिसीटर जनरल तुषार मेहता ने कोर्ट को बताया था कि वहां अवैध खनन होने के चलते व्यवस्थाएं दुरुस्त नहीं थीं. ये रैट होल माइन है. कोई नही जानता, कौन सी सुरंग कहां जा रही है. ये पूरा एरिया 5 वर्ग किलोमीटर का है. नेवी के स्पेशल डाइवर को भी राहत और बचाव कार्य में लगाया गया है लेकिन दिक्कत यह है कि पास में ही नदी है. सरकार ने कोर्ट में कहा, किर्लोस्कर पम्प लगाकर मिनट पानी निकाला जा रहा है. इस पर सुप्रीम कोर्ट ने अवैध खनन माफिया पर एक्शन लेने को कहा था.
#WATCH: Search operations underway in a mine at Ksan near Lyteiñ River in East Jaintia Hills for miners who are trapped since December 13. Today morning one body was recovered. (Visuals of Navy's underwater remotely operated vehicle) #Meghalaya. pic.twitter.com/gg1NwtjFOY
— ANI (@ANI) January 17, 2019