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झारखंड: रमेश मुंडा मर्डर केस में पूर्व मंत्री राजा पीटर को NIA ने किया गिरफ्तार

रांची जिले के तमाड़ क्षेत्र से पूर्व विधायक रहे पीटर पर रमेश मुंडा की नक्सलियों द्वारा हत्या कराए जाने का आरोप है। पीटर को रांची में ही गिरफ्तार किया गया है।

Updated on: 09 Oct 2017, 06:41 PM

highlights

  • पीटर पर रमेश मुंडा की नक्सलियों द्वारा हत्या कराए जाने का आरोप है
  • राजा पीटर के नाम से मशहूर पातर अर्जुन मुंडा सरकार में मंत्री रह चुके हैं
  • 9 जुलाई 2008 को एक कार्यक्रम के संबोधन के दौरान रमेश मुंडा की हुई थी हत्या

नई दिल्ली:

झारखंड के पूर्व मंत्री रहे गोपालकृष्ण पातर उर्फ राजा पीटर को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने सोमवार को 2008 में पूर्व मंत्री रमेश मुंडा मर्डर केस में गिरफ्तार किया है।

रांची जिले के तमाड़ क्षेत्र से पूर्व विधायक रहे पीटर पर रमेश मुंडा की नक्सलियों द्वारा हत्या कराए जाने का आरोप है। पीटर को रांची में ही गिरफ्तार किया गया है।

पीटर की गिरफ्तारी एनआईए द्वारा झारखंड पुलिस के सब-इंस्पेक्टर शेषनाथ सिंह की गिरफ्तारी के एक दिन बाद हुई है। शेषनाथ सिंह पर नक्सलियों को रमेश मुंडा की गतिविधियों को पहले से बताने का आरोप लगा था।

जनता दल (यूनाइटेड) के विधायक रमेश मुंडा की हत्या उस वक्त हुई थी, जब वे 9 जुलाई 2008 को बुंडु के अपने विधानसभा क्षेत्र तमाड़ में एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।

इस हमले में रमेश मुंडा के दो बॉडीगार्डों की भी मौत हुई थी। एनआईए ने इस हत्याकांड मामले की जांच 30 जून 2017 को अपने पास लिया था।

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गोपालकृष्ण पातर उस वक्त चर्चित हो गए, जब रमेश सिंह मुंडा की हत्या के बाद 2008 में तमाड़ उपचुनाव में तत्कालीन मुख्यमंत्री शिबू सोरेन के खिलाफ निर्दलीय चुनाव लड़ा और जीतकर सबको चौंका दिया था।

राजा पीटर के नाम से मशहूर पातर अर्जुन मुंडा सरकार में मंत्री रह चुके हैं। जनता दल (युनाइटेड) के झारखंड प्रमुख रहे पीटर 2014 में बीजेपी में शामिल हो गए।

हालांकि 2014 में पार्टी के तरफ से उन्हें टिकट नहीं दिया गया और उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ा था। राजा पीटर ने 2005 में रमेश सिंह मुंडा के खिलाफ भी चुनाव लड़ा था, लेकिन हार गए थे।

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