केंद्र सरकार द्वारा बार-बार किसानों की सरकार के दावे के बावजूद किसानों की ज़मीनी हक़ीकत बदल नहीं रही है। हैदराबाद की एक घटना इस बात की तस्दीक करती है।
एक 24 वर्षीय युवा किसान जिसने शायद अभी किसानी की शुरुआत ही की होगी बढ़ती हताशा और नाउम्मीदी के सामने घुटने टेकने को मजबूर हो गया।
किसानों के लिए सरकारी योजना की विफलता से नाराज़ यह युवा किसान सीएम कैंप ऑफ़िस के बाहर मंगलवार को अपनी जीवनलीला ख़त्म करने की कोशिश की।
अच्छी बात ये रही कि लोगों की नज़र युवा किसान पर पड़ी और बाल-बाल उसकी जान बच गई। फिलहाल इस 24 वर्षीय किसान को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बताया जा रहा है कि अब किसान की हालत में सुधार है।
हालांकि अब तक इस बारे में तेलंगाना सीएम ऑफ़िस से कोई अधिकारिक बयान नहीं आया है।
बता दें कि ये वहीं तेलंगाना के सीएम केसीआर (के चंद्रशेखर राव) हैं जिन्होंने पिछले साल भगवान वेंकेटेश्वर मंदिर में पांच करोड़ रुपये के स्वर्ण आभूषण दान किए थे।
वहीं पीएम मोदी लगभग अपने सभी भाषणों में किसानों और युवाओं की तरक्की की बात करते नज़र आते हैं।
इसके बावजूद देश का युवा किसान बेचारगी की छटपटाहट में अपनी जान देने पर आमादा है दर्शाता है कि राज्य सरकार और केंद्र सरकार के कथनी और करनी में कितना फर्क है।
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Source : News Nation Bureau