भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD ) ने कहा कि चक्रवात 'गुलाब' ( Cyclone Gulab ) के पहुंचने की प्रक्रिया शाम छह बजे ओडिशा के गोपालपुर और आंध्र प्रदेश ( Andhra Pradesh ) के कलिंगपट्टनम के बीच शुरू हुई. भुवनेश्वर मौसम केंद्र ने एक ट्वीट में कहा, "बादल बैंड ने तटीय क्षेत्रों को छुआ है और इस प्रकार उत्तरी तटीय आंध्र प्रदेश और आसपास के दक्षिण तटीय ओडिशा पर लैंडफॉल प्रक्रिया शुरू हो गई है. सिस्टम अगले 3 घंटों के दौरान कलिंगपट्टनम और गोपालपुर के बीच कलिंगपट्टनम के उत्तर में लगभग 25 किमी उत्तर में तटों को पार करेगा." वहीं, जानकारी मिली है कि चक्रवात की वजह से आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम में नाव में सवार छह लोग समुंद्र में डूब गए हैं. जबकि एक मछुआरा लापता चल रहा है, जिसकी तलाश की जा रही है.
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#UPDATE | There were six fishermen, all residents of Andhra Pradesh's Srikakulam, on the boat, out of which 5 fell in the sea due to strong waves. Out of these 5 persons, three reached ashore safely & said two others have died. One fisherman who was on the boat is still missing.
— ANI (@ANI) September 26, 2021
तटीय इलाकों में कई पेड़ उखड़ गए हैं, जकि कई घर भी पूरी तरह से बर्बाद हो गए हैं. चक्रवाती तूफान गुलाब को लेकर कई राज्यों में अलर्ट जारी कर दिया गया है. एनडीआरएफ की कई टीमें राहत व बचाव कार्य में जुटी हैं. वहीं, तूफान की वजह से रेलने ने कई ट्रेनें रद्द कर दी हैं, जबकि कइयों के रूट बदल दिए हैं. चक्रवात 'गुलाब' ने रविवार शाम को दस्तक देना शुरू कर दिया, जिससे उत्तर तटीय आंध्र प्रदेश और इससे सटे दक्षिण तटीय ओडिशा में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश हुई. लैंडफॉल की प्रक्रिया शाम करीब छह बजे शुरू हुई. आंध्र प्रदेश में कलिंगपट्टनम और ओडिशा के गोपालपुर के बीच जैसे ही बादल बैंड तटीय क्षेत्र में प्रवेश किया. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि यह प्रक्रिया अगले दो से तीन घंटे तक जारी रहेगी.
चक्रवात के उत्तर तटीय आंध्र में श्रीकाकुलम, विजयनगरम और विशाखापत्तनम जिलों को प्रभावित करने की संभावना है। श्रीकाकुलम जिले में, अधिकारियों ने निचले इलाकों से 1,100 लोगों को निकाला और उन्हें 61 राहत केंद्रों में स्थानांतरित कर दिया। राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की दो टीमें और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) की चार टीमें इस क्षेत्र में पहुंच गई हैं, क्योंकि मौसम विज्ञानियों ने चेतावनी दी है कि भारी बारिश से बाढ़ आ सकती है. चक्रवात के प्रभाव को देखते हुए पूरे तटीय क्षेत्र को अलर्ट पर रखा गया है. जिला प्रशासन ने स्थिति पर नजर रखने के लिए कंट्रोल रूम खोले हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी और चक्रवात के मद्देनजर उत्पन्न स्थिति का जायजा लिया. पीएम ने ट्वीट कर कहा कि उन्होंने केंद्र की ओर से हर संभव मदद का आश्वासन दिया है. मोदी ने लिखा, "मैं सभी की सुरक्षा और भलाई के लिए प्रार्थना करता हूं."
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चक्रवात से प्रभावित होने की संभावना वाले क्षेत्रों में बचाव और राहत कार्यों के लिए भारतीय नौसेना के जहाज और विमान स्टैंडबाय पर हैं. नौसेना चक्रवाती तूफान की आवाजाही पर करीब से नजर रखे हुए है। एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया है कि मुख्यालय, पूर्वी नौसेना कमान और नौसेना के प्रभारी ओडिशा क्षेत्र ने चक्रवात के प्रभावों से निपटने के लिए तैयारी गतिविधियां की हैं और आवश्यकतानुसार सहायता प्रदान करने के लिए राज्य प्रशासन के साथ लगातार संपर्क में हैं. तैयारियों के हिस्से के रूप में, बाढ़ राहत दल और गोताखोरी दल ओडिशा में तैनात हैं और तत्काल सहायता प्रदान करने के लिए विशाखापत्तनम में तैयार हैं.
Source : News Nation Bureau