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मौत होने पर 'कोरोना वारियर्स' को मिलेगा शहीद का दर्जा और 50 लाख का मुआवजा: नवीन पटनायक

स्वास्थ्य कर्मियों के साथ हो रही हिंसक घटनाओं की आलोचना करते हुए उन्होंने कहा, उस्वास्थ्य कर्मियों के खिलाफ कोई भी काम राज्य के खिलाफ किया जाने वाला काम है

Updated on: 21 Apr 2020, 02:09 PM

नई दिल्ली:

इस वक्त पूरा देश कोरोना के खिलाफ जंग जीतने में जुटा हुआ है. इसमें सबसे अहम भूमिका उन लोगों की हैं जो फील्ड पर उतरकर कोरोना का सामना कर रहे हैं. इसमें स्वास्थ्य कर्मी, पुलिस समेत कई क्षेत्र के लोग शामिल है. इनमें से कई लोग ऐसे भी हैं जो इस जंग को लड़ते-लड़के अपने प्राणो की आहुति दे चुके हैं. ओडिशा सरकार ऐसे सभी लोगों को शहीद का दर्जा देगी. ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने ऐलान किया है कि राज्य सरकार सभी स्वास्थ्य कर्मियों (निजी और सार्वजनिक) और अन्य सभी सेवाओं के सदस्य जो कोरोना के खिलाफ लड़ाई में अपना जीवन खो देते हैं, उन्हें शहीद का दर्ज़ा देकर राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार करेगी.

उन्होंने कहा कि उनके बलिदान को पहचानते हुए पुरस्कारों की एक विस्तृत योजना स्थापित की जाएगी. ये पुरस्कार राष्ट्रीय दिवस पर दिए जाएंगे इसी के साथ उन्होंने ये भी ऐलान किया है कि ऐसे लोगों के परिजनों को 50 लाख रुपए की राशि दी जाएगी.

वहीं स्वास्थ्य कर्मियों के साथ हो रही हिंसक घटनाओं की आलोचना करते हुए उन्होंने कहा, उस्वास्थ्य कर्मियों के खिलाफ कोई भी काम राज्य के खिलाफ किया जाने वाला काम है. अगर कोई भी किसी ऐसे काम में शामिल पाया जाता है जैसे उनके काम में खलल डालना,बेइज्जती करना तो उनके खिलाफ कड़ी आपराधिक कार्रवाई की जाएगी जिसमें NSA के प्रावधान शामिल हैं.