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Corona Lockdown: आंध्र प्रदेश के 12,794 प्रवासी मजदूर लौटना चाहते हैं घर

कोरोना वायरस (Coronavirus Covid-19) से निपटने के लिए लगाए लॉकडाउन के प्रतिबंधों में ढील दिए जाने के बाद आंध्र प्रदेश में विभिन्न क्षेत्रों में काम कर रहे 12,700 से अधिक प्रवासी मजदूर अपने घरों को लौटने के इच्छुक हैं.

Updated on: 01 May 2020, 03:08 PM

अमरावती:

कोरोना वायरस (Coronavirus Covid-19) से निपटने के लिए लगाए लॉकडाउन के प्रतिबंधों में ढील दिए जाने के बाद आंध्र प्रदेश में विभिन्न क्षेत्रों में काम कर रहे 12,700 से अधिक प्रवासी मजदूर अपने घरों को लौटने के इच्छुक हैं. एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि आंध्र प्रदेश सरकार ने एक हेल्पलाइन जारी करते हुए विजयवाड़ा में एक अंतर-राज्य नियंत्रण कक्ष स्थापित किया है और राज्य में फंसे प्रवासी मजदूरों की निर्बाध वापसी के लिए एक नोडल अधिकारी की नियुक्त भी की गई है. साथ ही, सभी राज्यों के मुख्य सचिवों को पत्र लिखकर प्रवासी मजदूरों को उनके संबंधित गृह राज्यों में वापस भेजने के लिए आवश्यक मंजूरी मांगी गई है.

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उन्होंने बताया कि हमने आंध्र प्रदेश के विभिन्न जिलों में विभिन्न क्षेत्रों में काम करने वाले 13,255 प्रवासी मजदूरों की पहचान की है. इनमें से 12,794 मजदूरों ने अपने गृह राज्य वापस जाने की इच्छा जाहिर की है और 461 यहीं रहना चाहते हैं.

राज्य के परिवहन प्रमुख सचिव एम टी कृष्णा बाबू ने कहा,  'हमने प्रवासियों की वापसी के लिए मुख्य सचिवों को पत्र लिखा है.' उन्होंने कहा कि अन्य राज्यों से जवाब मिलने के बाद सरकार आगे कदम उठाएगी. यहां कम से कम 10,696 प्रवासी मजदूर सरकारी राहत शिविरों में है जबकि 2,098 गैर सरकारी-संगठनों के शिविरों में रह रहे हैं.