logo-image

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आज लिंगायत संप्रदाय की दीक्षा ग्रहण कर ली

चित्रदुर्गा में एक प्रसिद्ध लिंगायत मठ है, जिसे मुरुगा मठ के नाम से जाना जाता है, राहुल गांधी ने आज यहां मठ के प्रमुख डॉ श्री शिवमूर्ति मुरुगा शरणारू स्वामी जी से मुलाकात की

Updated on: 03 Aug 2022, 03:18 PM

नई दिल्ली:

चित्रदुर्गा में एक प्रसिद्ध लिंगायत मठ है, जिसे मुरुगा मठ के नाम से जाना जाता है, राहुल गांधी ने आज यहां मठ के प्रमुख डॉ श्री शिवमूर्ति मुरुगा शरणारू स्वामी जी से मुलाकात की जिसके बाद तमाम कांग्रेस नेताओं की मौजूदगी में मठ के प्रमुख संत ने उन्हें इष्ट लिंग दीक्षा दी. जब राहुल गांधी को इष्ट लिंग दीक्षा दी जा रही थी तब मठ की तरफ से ये घोषणा की गई कि ये एक एतिहासिक क्षण है जब राहुल गांधी लिंगायत संप्रदाय को अपना रहे हैं. लिंगायत संप्रदाय संत बसवन्ना के सिद्धांतों पर चलने वाला एक संप्रदाय है जिसमें हर धर्म के लोगों को लिंगायत संप्रदाय अपनाने की आजादी होती है, इस प्रक्रिया के तहत इष्ट लिंग की दीक्षा ग्रहण करने वाले को लिंगायत समुदाय से जुड़ा हुआ मान लिया जाता है.


ईष्ट लिंग दीक्षा की इस प्रक्रिया के तहत लिंगायत संत मंत्रोचारण के साथ लिंगायत सम्प्रदाय को अपनाने वाले को  ईष्ट लिंग धारण करवाते हैं जिसके बाद ये मान लिया जाता है कि उस व्यक्ति ने लिंगायत संप्रदाय को अपना लिया है. ईष्ट लिंग की दीक्षा ग्रहण करने के बाद राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए लिखा कि वो भाग्यशाली हैं कि उन्होंने ईष्ट लिंग की दीक्षा ग्रहण की है और संत बसवन्ना के बारे में और भी जानने और पढ़ने के लिए बहुत ही उत्सुक हैं।