कहते है आपका नाम ही आपकी पहचान होती है लेकिन जब आपकी यही पहचान आपके लिए मुसीबत बन जाए तो क्या किया जाए। ऐसा ही हुआ है झारखंड के एक युवक के साथ। 25 साल के इस युबक का नाम सद्दाम हुसैन है। इराक के पूर्व राष्ट्रपति सद्दाम हुसैन के नाम पर युवक का नाम होने की वजह से 25 साल के एक युवक को 40 बार कंपनियों ने नौकरी देने से इनकार कर दिया।
सद्दाम के दादा ने 90 के दशक में अमरीका और इराक वार के बाद सद्दाम हुसैन के नाम पर अपने पोते का नाम रखा था। लेकिन, अब यही नाम इस युवा के लिए परेशानी का सबब बन गया है। नाम की वजह से उसे अब नौकरी के लिए दर-दर भटकना पड़ रहा है। जमशेदपुर के रहने वाले इस युवक ने तमिलनाडु के नुरूल इस्लाम विश्वविद्यालय से मरीन इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की है।
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सद्दाम का कहना है कि 'इस फील्ड की कंपनियां नाम की वजह से उसे पहली ही बार में रिजेक्ट कर देती हैं। सद्दाम ने कहा कि मेरा इंटरव्यू अच्छा गया था, लेकिन चयन नहीं हुआ। कंपनी में पता किया तो जानकारी मिली कि सद्दाम नाम की वजह से जॉब नहीं दी गई। मैं वर्ष 2014 से नौकरी की तलाश कर रहा हूं।'
नौकरी न मिल पाने की वजह से युवक ने अपना नाम बदलकर साजिद कर लिया। उन्होंने कहा, 'मैंने अपना नाम तक बदल कर साजिद कर लिया है। पासपोर्ट, डीएल और वोटर आईडी तक इस नाम से बनवा ली, लेकिन विश्वविद्यालय नाम बदलने से मना कर रहा है। उनका कहना है कि 10वीं और 12वीं के सर्टिफिकेट पर नाम बदलेगा तभी हम दूसरा सर्टिफिकेट जारी करेंगे। उन्होंने सीबीएसई के चक्कर काटे, लेकिन अब तक कुछ नहीं हुआ।'
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हर जगह से मायूस सद्दाम हुसैन ने झारखंड की अदालत में याचिका दायर की है। उन्होंने मांग की है कि अदालत सीबीएसई और विश्वविद्यालय प्रशासन को निर्देशित दें, ताकि नाम बदला जा सके। अदालत इस मामले पर 5 मई को सुनवाई के लिए राजी हो गई है।
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Source : News Nation Bureau