छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के आतंक से जूझ रहा है। अक्सर यहां से नक्सली हमले और मुठभेड़ की खबरें आती रहती हैं। पर इस बार बस्तर से एक अच्छी खबर आयी है। नक्सल प्रभावित इलाके बस्तर को पहली महिला सीआरपीएफ जवान मिली है। इस महिला सीआरपीएफ जवान का नाम है ऊषा किरण।
अब महिला भी किसी पुरुष से कम नहीं है, वो पुरुषों की तरह हर वो काम करने में सक्षम है जो लोगों की नजरों में कठिन माना जाता है। लगभग तीन दशक से नक्सलवाद का दंश झेल रहा छत्तीसगढ़ का बस्तर इलाका अब एक महिला सीआरपीएफ जवान की वजह से शांति की ओर कदम बढ़ा रहा है।
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ऊषा किरण सीआरपीएफ की 80वीं बटालियन में शामिल की गई हैं। नक्सल प्रभावित बस्तर जिले में पहली बार किसी महिला असिसटेंट कमांडेंट ने कार्यभार संभाला है। ऊषा किरण को इस पद पर नियुक्त किया गया है। किसी महिला अधिकारी के पदभार संभालने से सुरक्षाबलों का मनोबल बढ़ गया है।
ऊषा मूल रूप से गुंड़गांव की रहने वासी हैं। ऊषा किरण के दादा भी सीआरपीएफ में थे और पिता अभी भी सीआरपीएफ में सेवाएं दे रहे हैं।
ऊषा ने कहा कि क्षेत्र के हिसाब से बस्तर चुनौतियों से भरा है। वह हमेशा से इस इलाके में तैनाती चाहती थीं। ऊषा ने बताया यहां विकास नहीं हो पाया इसी कारण मुझे यहां आने की प्रेरणा मिली। ऊषा को आगामी सेवा के लिए तीन विकल्प दिए गए जिसमें उन्होंने बस्तर को ही चुना।
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Source : News Nation Bureau