चेन्नई के एन्नौर बंदरगाह पर एक सप्ताह पहले टकराए दो पेट्रोलियम जहाजों के कारण समुद्र में तेल का रिसाव जारी है। इसके कारण समुद्र का पानी पूरी तरह से काला नजर आने लगा है। इलाके के समुद्री जीवों के जीवन और मछुआरों की आजीविका पर संकट पैदा हो गया है।
इसको साफ करने के लिए सैकड़ों लोग मदद करने के लिए आ रहे है। कोस्ट गार्ड के अलावा इंजीनियरिंग के छात्र और मछुआरे भी इसमें शामिल है। इसकी सफाई के लिए जुटे बाल्टी में पानी निकाल एक टैंक में भर रहें ताकि काला-गाढ़ा तेल दोबारा से समुद्र में ना जाए।
दूषित पानी के कारण नाव और जाल के खराब होने के खतरे के चलते मछुआरे में समुद्र में उतरने से बच रहे है।
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एक अनुमान के अनुसार समुद्र में 20 टन तेल बह गया है। हालांकि ये तेल जहरीला नहीं बाताया जा रहा है। जिला कलक्टर सुंदरावल्ली ने बताया कि इस काम में 1025 लोग लगाए गए हैं। अब तक 45 मिट्रिक तेल हटाया जा चुका है।
बता दें कि 28 जनवरी को एमटी डॉन कांचिपुरम और बीडब्ल्यू मेपल के बीच टक्कर हो जाने के कारण ये हादसा हुआ था। जो अगली सुबह तक मरीना और बसंत नगर बीच तक पहुंच गया।
HIGHLIGHTS
- तमिलनाडु के एन्नौर बंदरगाह पर 28 जनवरी को टकरा गए थे दो मालवाहक जहाज
- करीब 20 फैले तेल के कारण काले हुए पानी की सफाई में जुटे सैंकड़ो लोग
Source : News Nation Bureau