Karnataka कैबिनेट विस्तार-बदलाव के कयासों के बीच बेंगलुरु पहुंचे शाह
इसी कड़ी में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी सोमवार देर रात यहां पहुंचे. उनके प्रवास के दौरान राज्य भाजपा में भारी राजनीतिक गतिविधियां देखी जा रही हैं.
highlights
- एक साल से भी कम समय बचा है विधानसभा चुनाव में
- बीजेपी ने इस बार रखा है 150 सीट जीतने का लक्ष्य
- अमित शाह के दौरे में कैबिनेट विस्तार-फेरबदल पर चर्चा
बेंगलुरु:
भारतीय जनता पार्टी (BJP) हर समय चुनाव मोड में रहती है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की कर्नाटक यात्रा भी इससे अछूती नहीं है. वह देर रात सोमवार को यहां पहुंच गए हैं. माना जा रहा है कि अपने कर्नाटक प्रवास के दौरान अमित शाह (Amit Shah) आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर नेतृत्व और कैबिनेट में बदलाव समेत कई अन्य मसलों के लिहाज से अहम हो सकता है. गौरतलब है कि पिछले चुनाव में 108 सीटें जीतने वाली भारतीय जनता पार्टी ने आसन्न विधानसभा चुनाव (Assembly Elections) में 150 सीटें जीतने का लक्ष्य तय किया है. यही वजह है कि बीजेपी के तमाम बड़े नेता लगातार राज्य का दौरा कर रहे हैं.
बीजेपी खेमे में हलचल तेज
इसी कड़ी में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी सोमवार देर रात यहां पहुंचे. उनके प्रवास के दौरान राज्य भाजपा में भारी राजनीतिक गतिविधियां देखी जा रही हैं. कैबिनेट विस्तार या फेरबदल पर निर्णय को अंतिम रूप देने के एक विशिष्ट मिशन के साथ शाह के आने के मद्देनजर यह यात्रा महत्वपूर्ण मानी जा रही है. वह राज्य में विभिन्न घटनाओं और 2023 में राज्य विधानसभा चुनावों के लिए रणनीति के बारे में भी बातचीत करेंगे. पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव बी. एल. संतोष के बयान के बाद सामने आए नेतृत्व परिवर्तन के मुद्दे को लेकर चल रही चर्चा के बीच अमित शाह का यह दौरा काफी अहम है. इससे पहले संतोष ने कहा था कि नेतृत्व परिवर्तन भाजपा की ताकत है. उन्होंने कहा था कि इस प्रयोग के पंजाब और गुजरात में अच्छे परिणाम मिले हैं.
यह भी पढ़ेंः ईद से पहले जोधपुर में भगवा ध्वज उतार फेंकने से बवाल, इंटरनेट सेवाएं बंद की
चुनाव के मद्देनजर यात्रा अहम
पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता बी.एस. येदियुरप्पा ने कहा कि वह शाह से मुलाकात करेंगे. उन्होंने कहा, वह राज्य के घटनाक्रम की पृष्ठभूमि में राज्य का दौरा कर रहे हैं, क्योंकि हम चुनावी वर्ष में प्रवेश कर चुके हैं. येदियुरप्पा ने आगे कहा कि अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अब कर्नाटक पर अधिक ध्यान देंगे. वे आगामी विधानसभा चुनाव में 150 सीटें जीतने के लिए सुझाव और दिशा-निर्देश देंगे. उन्होंने कहा, हम उनके साथ चर्चा करेंगे. उन्होंने आगे कहा, विधानसभा चुनाव के लिए मौजूदा विधायक के टिकट पर फैसला करना केंद्रीय नेताओं की जिम्मेदारी है.
यह भी पढ़ेंः देश भर में धूमधाम से मनाया जा रहा है ईद-उल-फितर का त्योहार, देखें तस्वीरें
हो सकते हैं 10 नए चेहरे पेश
गौरतलब है कि कैबिनेट फेरबदल या विस्तार के लंबे समय से लंबित मुद्दे पर शाह अंतिम फैसला लेने जा रहे हैं. उनकी ओर से येदियुरप्पा के बेटे बी.वाई. विजयेंद्र को कैबिनेट में शामिल करने को लेकर महत्वपूर्ण निर्णय लेने की उम्मीद है. वह रमेश जारकीहोली को भी मंत्रिमंडल में शामिल करने पर फैसला करेंगे, जो कथित सेक्स-सीडी कांड के सामने आने के बाद कैबिनेट की कुर्सी गंवा चुके हैं. सूत्रों ने संकेत दिया कि पार्टी का इरादा कैबिनेट में 10 नए चेहरों को पेश करने का है और गैर-प्रदर्शन वाले वरिष्ठ मंत्रियों को हटाने का प्रस्ताव भी है. अमित शाह कर्नाटक में सत्तारूढ़ भाजपा के आक्रामक हिंदुत्व दृष्टिकोण और राज्य में वर्तमान अशांति की स्थिति पर भी चर्चा करने जा रहे हैं.
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
धर्म-कर्म
-
Hanuman Jayanti 2024: हनुमान जयंती पर गलती से भी न करें ये काम, बजरंगबली हो जाएंगे नाराज
-
Vastu Tips For Office Desk: ऑफिस डेस्क पर शीशा रखना शुभ या अशुभ, जानें यहां
-
Aaj Ka Panchang 20 April 2024: क्या है 20 अप्रैल 2024 का पंचांग, जानें शुभ-अशुभ मुहूर्त और राहु काल का समय
-
Akshaya Tritiya 2024: 10 मई को चरम पर होंगे सोने-चांदी के रेट, ये है बड़ी वजह