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आंध्र प्रदेश के अल्लावारम से गोदावरी के बंगाल की खाड़ी समंदर में मिलन का मंजर 

आंध्र प्रदेश तेलंगाना में बाढ़ की भयावह तस्वीरें सामने आई सिर्फ आंध्र प्रदेश में ही 250 से ज़्यादा गोदावरी नदी में आई बाढ़ से प्रभावित हुए. जान तो बच गई लेकिन लोगों की संपत्ति का नुकसान काफी ज्यादा हुआ

Updated on: 21 Jul 2022, 10:30 AM

नई दिल्ली:

आंध्र प्रदेश तेलंगाना में बाढ़ की भयावह तस्वीरें सामने आई सिर्फ आंध्र प्रदेश में ही 250 से ज़्यादा गोदावरी नदी में आई बाढ़ से प्रभावित हुए. जान तो बच गई लेकिन लोगों की संपत्ति का नुकसान काफी ज्यादा हुआ. इस बाढ़ का मुख्य कारण था गोदावरी के जल स्तर में तेजी से इज़ाफ़ा होना और पोलावरम से 25 लाख क्यूसिक पानी छोड़ना. न्यूज़ नेशन ने आंध्र प्रदेश में गोदावरी नदी से त्रासदी की हर तस्वीर आपको दिखाई लेकिन आज हम आपको आंध्र की गंगा यानी गोदावरी के बारे में बताएंगे और ये भी दिखाएंगे की ये नदी समंदर में कैसे समा जाती है.

क्यों कहा जा रहा है कि इस बार समंदर ने भी गोदावरी अपने में समाने से रोक दिया. 1450 किलोमीटर की लंबी यात्रा करके महाराष्ट्र के नासिक से निकलती गोदावरी बंगाल की खाड़ी में समा जाती है, इससे जुड़ी तमाम सहायक नदियां भी हैं. गोदावरी ने आंध्र प्रदेश के नदी किनारों से जुड़े शहर और गांव पर असर डाला है. करीब 70 हज़ार लोग इस्से प्रभावित हुए. न्यूज़ नेशन पहला ऐसा चैनल है जो आंध्र में आई 100 साल की बाढ़ की वजह की जड़ तक गया और वहां पहुंचा जहां गोदावरी नदी और समंदर का संगम होता है.

समंदर की उफनती लहरों के बीच और गोदावरी नदी की विशालता की मानों जंग चल रही हो. इसबार गोदावरी में इतना पानी आ गया जिससे समंदर भी थर्रा गया, समंदर गोदावरी के पानी को वापस भेजने लगा जिससे नदी में पानी कम नही हो रहा था. न्यूज़ नेशन संवाददाता सय्यद आमिर हुसैन और वीडियो जॉर्नलिस्ट अभिजीत ने बंगाल की खाड़ी और गोदावरी नदी के समंदर पर मिलन के पॉइंट पर जाने का फैसला लिया. चुकी बड़े जहाज़ नहीं थे इसलिए छोटी नाव का सहारा लेना पड़ा. इस अमलापुरम के पास इस टापू को भी गोदावरी किनारों से काटती जा रही है कटान को साफ देखा जा सकता है. 

अब ज़रा ये देखिये ईस्ट गोदावरी नदी कैसे समंदर के अंदर कितनी तेज़ रफ़्तार से जा रही है. बहाव बहुत तेज़ है नदी का तो वहीं समंदर की लहरे भी तेज हैं. स्थानीय मछवारों की माने तो उन्होंने गोदावरी का ये रौद्र रूप कभी नहीं देखा. मछवारों को सलाह दी गई है कि वो अभी गोदावरी से समंदर की तरफ न जाएं अलर्ट जारी किया हुआ है. इसलिए सारी नाव रुकी हुई है.  न्यूज़ नेशन संवाददाता ने फैसला लिया कि आखिर नदी से होते हुए समंदर की तरफ बढ़े लेकिन फिर क्या हुआ. हमें नाविक ने सलाह दी कि आगे खतरा है नाव पलट सकती है हालांकि हम समंदर से सिर्फ 10 कदम की दूरी पर थे लेकिन समंदर की उफनती लहरों ने हमारी नाव को पीछे धकेलना शुरू कर दिया.

गोदावरी को आंध्र प्रदेश में गंगा की बोला जाता है ये नदीं यहां के लिए उतनी ही पूज्यनीय है. जितनी बाकी नदियां. लेकिन इस बार नदी से लोगों के घर झोपड़ व्यापार सब उजड़ गए.