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तेलंगाना में 12 मई से 10 दिन का लगा लॉकडाउन, सिर्फ इस समय खुलेंगी दुकानें

देश में एक बार फिर कोरोना महामारी तेजी से फैल रही है तो वहीं कई राज्यों में आक्सीजन की कमी को लेकर हाहाकार मचा हुआ है. इस बीच तेलंगाना मंत्रिमंडल (Telangana Cabinet) ने लॉकडाउन को लेकर बड़ा फैसला लिया है.

Updated on: 11 May 2021, 05:50 PM

नई दिल्ली:

देश में एक बार फिर कोरोना महामारी तेजी से फैल रही है तो वहीं कई राज्यों में आक्सीजन की कमी को लेकर हाहाकार मचा हुआ है. इस बीच तेलंगाना मंत्रिमंडल (Telangana Cabinet) ने लॉकडाउन को लेकर बड़ा फैसला लिया है. अब तेलंगाना में 12 मई को सुबह 10 बजे से 10 दिनों के लिए लॉकडाउन (Lockdown) रहेगा. इस लेकर सीएमओ का कहना है कि हालांकि, रोजाना सुबह 6 से 10 बजे तक सभी गतिविधियों के लिए छूट होगी. कैबिनेट ने COVID-19 वैक्सीन की खरीद के लिए वैश्विक निविदाएं आमंत्रित करने का भी फैसला किया है.

तेलंगाना मंत्रिमंडल ने मंगलवार को कोविड-19 के प्रसार को रोकने के लिए 12 मई से 10 दिनों के लिए राज्यव्यापी लॉकडाउन का निर्णय लिया है. मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से जारी एक संक्षिप्त बयान में कहा गया है कि इस दौरान रोजाना सुबह 6 बजे से सुबह 10 बजे तक सभी गतिविधियों के लिए छूट होगी. मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में प्रगति भवन स्थित उनके सरकारी आवास पर यह निर्णय लिया गया.

दोपहर 2 बजे कैबिनेट की बैठक शुरू होने के कुछ मिनट बाद ही यह घोषणा कर दी गई, क्योंकि तेलंगाना हाईकोर्ट को इस मामले की सुनवाई करनी थी. हाईकोर्ट ने कोविड के प्रसार को रोकने के लिए प्रभावी उपायों की कमी पर अपनी नाखुशी जताई थी. दिन में पहले सुनवाई के दौरान, अदालत ने रात के कर्फ्यू को सख्ती से लागू करने में विफल रहने के लिए अधिकारियों की खिंचाई की थी.

अदालत ने सरकार से पूछा था कि क्या वह कोविड की स्थिति को नियंत्रित करने के लिए नए उपायों की घोषणा करने से पहले रमजान तक इंतजार करेगी. राज्य सरकार, जिसने रात्रि कर्फ्यू लगाया था, उसने अब तक आंशिक या पूर्ण लॉकडाउन लागू करने से इनकार कर दिया था. सरकार ने यह कहते हुए मना कर दिया था कि उपाय करने से संक्रमण को रोकने में कोई खास मदद नहीं मिलेगी. 

यह भी दावा किया गया था कि राज्य में स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है और वास्तव में नए कोविड मामलों में गिरावट शुरू हुई है. पिछले हफ्ते मुख्यमंत्री ने कहा था कि इस तरह के कदम से जीवन रुक जाएगा और इससे अर्थव्यवस्था का पतन होगा.