असम-त्रिपुरा-मेघालय में बाढ़ का कहर, लाखों बेघर; 42 लोगों की मौत
मानसून के आगे बढ़ने के साथ ही नॉर्थ-ईस्ट के राज्यों में आसमान से आफत बरस रही है. असम, मेघालय, त्रिपुरा जैसे राज्य बाढ़ से कराह रहे हैं. असम के 32 जिलों में 30 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हैं. मेघालय में बाढ़ की वजह से बहुत सारे लोगों को विस्थापित होना
highlights
- नॉर्थ-ईस्ट के राज्यों में बाढ़ से बुरा हाल
- असम में दो दर्जन से ज्यादा की मौत
- मेघालय-त्रिपुरा में भी बाढ़ का कहर
नई दिल्ली:
मानसून के आगे बढ़ने के साथ ही नॉर्थ-ईस्ट के राज्यों में आसमान से आफत बरस रही है. असम, मेघालय, त्रिपुरा जैसे राज्य बाढ़ से कराह रहे हैं. असम के 32 जिलों में 30 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हैं. मेघालय में बाढ़ की वजह से बहुत सारे लोगों को विस्थापित होना पड़ा है, तो त्रिपुरा में 10 हजार लोगों को बेघर होना पड़ा है. असम और मेघालय में बाढ़ की वजह से कम से कम 42 लोग मारे जा चुके हैं. ये आंकड़ा तेजी से बढ़ रहा है. त्रिपुरा में भी लोगों की मौत की खबर आ रही है. हर तरफ पानी ही पानी है. मानो, आसमान से पानी नहीं, आफत बरस रही हो.
असम के चिरंग जिले में स्थिति खराब
असम के कई जिले भीषण बाढ़ की चपेट में है. चिरंग जिले में एसडीआरएफ ने बाढ़ के पानी में घिरे सैकड़ों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है. कमोवेश यही स्थिति सभी निचले जिलों में है.
#WATCH Flood situation in Assam’s Chirang district remains grim with thousands of people affected
— ANI (@ANI) June 19, 2022
SDRF teams rescue more than 100 villagers. All the trapped people were shifted to safe places. (18.06) pic.twitter.com/IzQeAVJ0H2
त्रिपुरा में 10 हजार से ज्यादा लोग बेघर, टूटा बारिश का रिकॉर्ड
त्रिपुरा (Tripura News) में लगातार बारिश के चलते प्रलय की स्थिति है. राजधानी अगरतला में बारिश के पिछले सारे रिकॉर्ड टूट गए हैं. अगरतला में भारी बारिश ने पिछले 64 सालों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है, तो हावड़ा नदी के बढ़े जलस्तर की वजह से निचले इलाकों को अपने घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों की तरफ कूच करने को मजबूर होना पड़ा है. इस बीच मुख्यमंत्री माणिक साहा ने शनिवार को वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक कर बाढ़ की स्थिति का जायजा लिया. एक अधिकारी ने बताया कि बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से बाढ़ से हुए नुकसान का आकलन करने को कहा ताकि प्रभावित लोगों को जल्द से जल्द मुआवजा मिल सके. उन्होंने कहा कि अगरतला और अन्य अनुमंडलों में बाढ़ के कारण 10,000 से अधिक सदस्यों वाले कुल 2057 परिवारों ने 39 राहत शिविरों में शरण ली है. अगरतला में 1921 बाढ़ प्रभावित लोगों ने 34 राहत शिविरों में शरण ली है. पश्चिम त्रिपुरा जिले के जिरानिया में तीन शिविर स्थापित किए गए हैं.
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असम-मेघालय में 42 लोगों की मौत
असम और मेघालय में बारिश की वजह से एक सप्ताह में 42 लोगों से ज्यादा की मौत हो चुकी है. असम में 24 लोगों की जान गई है, तो मेघालय में बारिश और बाढ़ के चलते अब तक 18 लोग अपनी जान गवां चुके हैं. सरकार और राहत बचाव काम में लगी फोर्स लोगों को बचाने में जुटे हैं. अकेले असम राज्य में इस साल बाढ़ और भूस्खलन में मरने वालों की कुल संख्या 62 हो गई है. दूसरी ओर, आठ अन्य लोग लापता हैं. चार लोग होजई जिले से और बजली, कार्बी आंगलोंग पश्चिम, कोकराझार और तामूलपुर जिलों से एक-एक व्यक्ति लापता हैं.
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