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असम के तेजपुर में महसूस किए गए भूकंप के तेज झटके, भूकंप की तीव्रता 4.7 मापी गई

असम के तेजपुर में तेज झटके महसूस किए गए है. रिएक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 4.7 मापी गई है. नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी द्वारा मिली जानकारी के मुताबिक, पांच बजकर 54 मिनट पर आए भूकंप का केंद्र तेजपुर से 17 किलोमीटर उत्‍तर पश्चिम में था.

Updated on: 17 Feb 2021, 06:58 PM

तेजपुर:

असम के तेजपुर में तेज झटके महसूस किए गए है. रिएक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 4.7 मापी गई है. नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी द्वारा मिली जानकारी के मुताबिक, पांच बजकर 54 मिनट पर आए भूकंप का केंद्र तेजपुर से 17 किलोमीटर उत्‍तर पश्चिम में था. अब तक किसी के हताहत होने या संपत्तियों को नुकसान की सूचना नहीं है लेकिन इसे लेकर लोगों में दहशत का माहौल है. बता दें कि सोमवार को ही बिहार की राजधानी पटना में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे. वहीं इससे पहले दिल्ली-एनसीआर समेत पूरे उत्तर भारत में भूकंप के तेज झटके लगे थे.

गौरतलब है कि शुक्रवार यानि 16 फरवरी की रात तकरीबन साढ़े दस बजे रिक्टर स्केल पर 6.1 तीव्रता का भूकंप आया, जिसके झटके राष्ट्रीय राजधानी और इसके आसपास के इलाकों में महसूस किए गए. पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के नेशनल सेंटर ऑफ सिस्मोलॉजी के अनुसार, भूकंप का केंद्र अमृतसर जिले में था और रात 10:34 बजे आया.

वहीं 13 फरवरी को जम्मू-कश्मीर में भी रात में तेज भूकंप आया था. भूकंप के तेज झटकों के कारण कई इमारतों में दरार पड़ने की खबरें भी सामने आई थी. आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अधिकारियों ने कहा, शुक्रवार को रात 10.34 बजे जम्मू-कश्मीर में रिक्टर पैमाने पर 6.3 तीव्रता का शक्तिशाली भूकंप आया.  भूकंप का केंद्र ताजिकिस्तान में 31.57 डिग्री अक्षांश पर उत्तर में और 75.09 डिग्री देशांतर पर पूर्व में था. कश्मीर में भूकंपों से होने वाली तबाही का इतिहास रहा है.

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वहीं बता दें कि 13 फरवरी को पूर्वोत्तर जापान के फुकुशिमा प्रान्त में 7.3 तीव्रता का भूकंप आया, जिसमें 155 लोग घायल हुए। पूर्वी जापानी रेलवे कंपनी से मिली जानकारी के मुताबिक चूंकि तोहोकु शिंकानसेन के उपकरणों को नुकसान पहुंचा है, इसलिए इस रेलवे लाइन के संचालन को पुन: शुरू होने में करीब 10 दिनों का समय लगेगा।

भूकंप के तेज झटकों से जापान के विभिन्न स्थलों में मकानों को क्षति पहुंची है। फुकुशिमा और मियागी प्रांत में लगभग 240 लोगों को शरण-स्थल जाना पड़ा है। हाल में पूर्वोत्तर जापान में लगभग 9 लाख परिवारों की बिजली सप्लाई बंद हो गयी और करीब 25.7 हजार परिवारों के पास पेय जल का अभाव है।