कांग्रेस सांसद अब्दुल खालेक बोले- मुगलों को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता ; उन्होंने भारत को 'हिंदुस्तान' कहा

मुगल चाहे बाहर के बाहर से आए होंगे लेकिन भारत में आकर भारत की सभ्यता और संस्कृति से मिल गए थे. अकबर ने भारत की एक परिकल्पना की थी.

मुगल चाहे बाहर के बाहर से आए होंगे लेकिन भारत में आकर भारत की सभ्यता और संस्कृति से मिल गए थे. अकबर ने भारत की एक परिकल्पना की थी.

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Pradeep Singh
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लाल किला( Photo Credit : News Nation)

असम के बरपेटा से कांग्रेस के सांसद अब्दुल खालेक का बयान सामने आया है उन्होंने मीडिया को बताया कि भारत को आकार और सेप मुगलों ने ही दिया था. उन्होंने कहा कि मुगलों ने ही भारत को हिंदुस्तान का नाम दिया था. मुगलों के नाम से मुख्यमंत्री हेमंत विश्व शर्मा को बहुत बड़ी एलर्जी है. हेमंत विश्व शर्मा ने ही कहा था कि मुगलों ने ही दिल्ली को बनाया है. चाहे वह लाल किला हो या कुतुब मीनार या ताज महल. मुगल नहीं होते तो हम इनकी कल्पना नहीं कर सकते थे. यह हमारे देश का गौरव है  कि आज प्रधानमंत्री भी लाल किले की प्राचीर से झंडा फहराते हैं. यह हमारे लिए गौरव है यह भी मुगलों ने बनाया था. मुझे मुगलों से लेकर कोई एलर्जी नहीं है.

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मुगल चाहे बाहर के बाहर से आए होंगे लेकिन भारत में आकर भारत की सभ्यता और संस्कृति से मिल गए थे. अकबर ने भारत की एक परिकल्पना की थी. हम औरंगजेब की समालोचना करते हैं उन्होंने भी भारत के लिए अपना योगदान दिया था. मैं उनका वंशज नहीं हूं लेकिन मुगलों को लेकर मैं गौरवान्वित महसूस करता हूं.

राजा भरत की बात अलग थी, महाभारत की बात अलग थी लेकिन हिंदुस्तान किसे कहते हैं यह कोई नहीं जानता था और मुगलों ने ही इसे हिंदुस्तान का नाम दिया था. हिंदुस्तान का आकार मुगलों ने ही दिया था. कोई अगर उनको गाली देता है तो मुझे फर्क नहीं पड़ता क्योंकि मैं मुगलों को लेकर गौरवान्वित हूं क्योंकि उन्होंने हिंदुस्तान को नाम दिया था और एक सेप दिया था. अगर हम देखते हैं कि पृथ्वीराज चौहान राजपूतों का ही राजा था. कुतुबुद्दीन ऐबक दिल्ली का सुल्तान था. कुतुबुद्दीन ऐबक को भी पूरे भारत का सुल्तान नहीं कहा जा सकता लेकिन भारत को आकार और नाम मुगलों ने ही दिया था.

Mughals cannot be ignored INDIA Hindustan Congress MP Abdul Khalek
      
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