logo-image

असम में सुरक्षा और संस्कृति समेत इन 5 मुद्दों को आधार बनाकर चुनाव लड़ेगी BJP

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने सोमवार को असम में सेल्फी विद डेवलेपमेंट (Selfie With Development) लॉन्च किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि आज मेरे लिए बहुत सौभाग्य का दिन है कि इस टाउन हॉल के माध्यम से मैं असम के युवाओं के साथ, हमारे साइबर योद्धाओं के साथ बातचीत कर रहा हूं.

Updated on: 15 Mar 2021, 08:08 PM

नई दिल्ली:

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने सोमवार को असम में सेल्फी विद डेवलेपमेंट (Selfie With Development) लॉन्च किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि आज मेरे लिए बहुत सौभाग्य का दिन है कि इस टाउन हॉल के माध्यम से मैं असम के युवाओं के साथ, हमारे साइबर योद्धाओं के साथ बातचीत कर रहा हूं. अमित शाह ने आगे कहा कि असम कोई भूमि का टुकड़ा-भर नहीं है, सदियों से चला आ रहा सांस्कृतिक धाराप्रवाह है. ये geopolitical राज्य नहीं है. हजारों वर्षों की संस्कृति को धीरे-धीरे संजोकर सांस्कृतिक नदी का प्रवाह है.

कांग्रेस पर निशाना साधते हुए शाह ने कहा कि असम में बीजेपी और कांग्रेस व बदरुद्दीन अजमल के बीच में लड़ाई है.  ये कोई ट्राई-एंगल नहीं है. कांग्रेस की गोद में ही बदरुद्दीन अजमल बैठे हैं. असम की जनता ने तय करना है कि इनमें से श्रीमंत शंकरदेव के स्वप्न को कौन पूरा कर पाएंगे.

और पढ़ें: Batla House Encounter Case: दोषी आरिज खान को साकेत कोर्ट ने दी फांसी की सजा

उन्होंने ये भी कहा कि यहां बैठे सभी लोगों की जिम्मेदारी है कि हम असम की जनता का मार्गदर्शन करें कि कैसे असम चाहिए और जैसा चाहिए, वैसा असम कौन बना सकता है. गृह मंत्री ने कहा कि अगर आप गहराई से सोचोगे तो ये चुनाव आपको, मुझे और असम की जनता को एक निश्चित लक्ष्य तक ले जाने वाला चुनाव बनेगा. जो स्वर्णिम असम के स्वप्न को पूरा करेगा.

गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि हमारे पास पांच आधार जिस पर हम चुनाव लड़ते हैं. इसमें - सुरक्षा और सम्मान(Security And Respect), संस्कृति और विरासत (Culture and Heritage), कनेक्शन और समृद्धि (Connection and Prosperity), शांति और चर्चा (Peace and Discussion)और आत्मनिर्भरता (Self Reliance) है. ये भी स्तंभ भविष्य में असम को आगे ले जाएंगे.

अमित शाह ने असम की जनता को संबोधित करते हुए कहा कि भूपेन हजारिका सेतु एक प्रतीक है, असम जिसकी वर्षों से राह देखता आया था. ये असम के अरमानों का पुल है, ये असम के लोगों की आशाओं का पुल है. उन्होंने आगे कहा कि उत्तर पूर्व में देश का करीब साढ़े 8 प्रतिशत भू-भाग है. देश की सीमाएं हैं, देश की सुरक्षा इसके साथ जुड़ी हुई है. देश के व्यापार का केंद्र भी असम बन सकता है.

शाह ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि एनडीए गठबंधन के लिए असमिया संस्कृति का संरक्षण महत्वपूर्ण है. कांग्रेस और बदरुद्दीन अजमल असमिया संस्कृति की रक्षा नहीं कर सकते. ये लोग सत्ता में आए तो फिर से घुसपैठ होगी, जो अपने पैरों तले असम की संस्कृति को रौंदेगी.

ये भी पढ़ें: बीजेपी को असम में हराने के लिए कांग्रेस ने फेंका 5 लाख जॉब का बड़ा दांव

उन्होंने ये भी कहा कि आंदोलन मुक्त असम भी हमारा बहुत महत्वपूर्ण मुद्दा है. कितने साल आंदोलन चले, असम के युवा मारे गए, यहां का विकास ठप्प हो गया और असम के युवाओं पर गोली चलाने वाली कांग्रेस पार्टी ही आज असम की अस्मिता की बात करती है. 5 साल के अंदर बीजेपी ने असम को आन्दोलनमुक्त करने का काम किया है और विकास के रास्ते पर चलाने का काम किया है.

शाह ने कहा कि बीजेपी ने एक विजन दिया था, जिसमें हमने असम के इंफ्रास्ट्रक्चर का जाल बुनने का काम किया। नरेन्द्र मोदी जी ने असम में 6 साल के अंदर 6 सेतु बनाने का काम किया है। 20,000 किमी से ज्यादा हमने रोड बनाई हैं। घर-घर बिजली पहुंचाई है।

उन्होंने कहा कि हमने असम को घुसपैठियों से मुक्त कराने का वादा किया था. अब असम में कोई घुसपैठ करने से पहले कई बार सोचता है. इसके लिए पुलिस और सीमा सुरक्षा बल की मुस्तैदी बढ़ाई है. काजीरंगा को घुसपैठियों से मुक्त किया है, इससे असम में गैंडों का शिकार बंद हो गया है. पिछले 5 साल के अंदर अलग-अलग 10 ग्रुपों के 2,000 युवा हथियार छोड़कर मुख्यधारा में आए हैं. असम में पिछले 5 साल में कोई बड़ी उग्रवाद की घटना, उग्रवादी नहीं कर पाए हैं.