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असम में बीजेपी ने छोड़ा बीपीएफ का साथ, अब इस पार्टी के साथ मिलकर चुनाव लड़ेगी

भूटान और अरुणाचल प्रदेश की सीमा से सटे उदलगुड़ी में एक सभा को संबोधित करते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता और राज्य के वित्त और स्वास्थ्य मंत्री हिमांता बिस्वा सरमा ने कहा कि उनकी पार्टी ने यूपीपीएल के साथ गठबंधन में विधानसभा चुनाव लड़ने का फैसला किया है .

Updated on: 28 Jan 2021, 08:36 AM

नई दिल्ली:

असम की सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी ने बुधवार को घोषणा की कि वह मौजूदा सहयोगी बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट (बीपीएफ) के बजाय अपने नए सहयोगी युनाइटेड पीपुल्स पार्टी लिबरल (यूपीपीएल) के साथ गठबंधन कर आगामी विधानसभा चुनाव लड़ेगी. भाजपा ने असम गण परिषद (एजीपी) के साथ 2016 के बाद से एक साथ असम सत्तारूढ़ होने के बावजूद दिसंबर में बोडोलैंड टेरिटोरियल काउंसिल (बीटीसी) चुनाव में बीपीएफ के खिलाफ लड़ाई लड़ी. बीपीएफ के सर्वानंद सोनोवाल सरकार में तीन मंत्री हैं.

भूटान और अरुणाचल प्रदेश की सीमा से सटे उदलगुड़ी में एक सभा को संबोधित करते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता और राज्य के वित्त और स्वास्थ्य मंत्री हिमांता बिस्वा सरमा ने कहा कि उनकी पार्टी ने यूपीपीएल के साथ गठबंधन में विधानसभा चुनाव लड़ने का फैसला किया है .

सरमा ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की मौजूदगी में नई दिल्ली में 27 जनवरी, 2020 को केंद्र सरकार के साथ बोडो शांति समझौते पर हस्ताक्षर की पहली वर्षगांठ मनाने के लिए आयोजित रैली में कहा, हम फरवरी में यूपीएल के साथ सीटों के बंटवारे की घोषणा करेंगे. भाजपा ने बुधवार को भी पार्टी घोषणापत्र के लिए जनता की राय लेने के लिए मोबाइल वैन को हरी झंडी दिखाई.

मुख्यमंत्री सोनोवाल ने प्रदेश पार्टी अध्यक्ष रंजीत कुमार दास, सरमा और गुवाहाटी की सांसद महारानी ओजा की मौजूदगी में वैन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. पार्टी सूत्रों ने बताया कि 50 वैन सभी 126 विधानसभा क्षेत्रों में यात्रा कर जनता से जानकारी मांगेंगी. असम, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, केरल और पुडुचेरी में विधानसभा चुनाव अप्रैल-मई में होने की संभावना है.