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अनिल देशमुख के इस्तीफे पर उद्धव ठाकरे आज ले सकते हैं फैसला

मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह की चिट्ठी में महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख पर लगाए गए आरोपों को लेकर सियासी हलचल लगातार जारी है. इसे लेकर सत्ताधारी महाविकास अघाड़ी गठबंधन की आज बैठक होने वाली है, जिसमें देशमुख पर फैसला हो सकता है.

Updated on: 22 Mar 2021, 10:38 AM

मुंबई:

मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह की चिट्ठी के महाराष्ट्र में सियासी तूफान मचा हुआ है.  महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख पर लगाए गए आरोपों को लेकर विपक्ष हमलावर है. माना जा रहा है कि उनके इस्तीफे को लेकर आज आखिरी फैसला हो सकता है. दरअसल सत्ताधारी महाअघाड़ी गठबंधन की आज बैठक है, जिसमें मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray ) देशमुख के इस्तीफे पर आखिरी फैसला ले सकते हैं. 
 
क्या है पूरा मामला
मुंबई के पूर्व पुलिस प्रमुख परम बीर सिंह ने शनिवार को गृह मंत्री अनिल देशमुख पर मुंबई पुलिस से हर महीने स्थानीय रेस्तरां और पब से 100 करोड़ रुपये की उगाही करने का आरोप लगाया था. परम बीर सिंह का कहना है कि अनिल देशमुख ने वसूली की जिम्मेदारी निलंबित पुलिस अधिकारी सचिन वाजे को दी थी. दरअसल मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह का आरोप है कि महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख चाहते थे कि पुलिस अधिकारी बार और होटलों से हर महीने 100 करोड़ रुपये की वसूली करके उन्हें पहुंचाएं. सिंह के आरोपों पर एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार ने कहा है कि चिट्ठी में लगाए गए आरोप गंभीर जरूर हैं, लेकिन इसमें कोई सबूत नहीं दिया गया है. पवार ने कहा कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे इस मामले में आखिरी फैसला लेंगे. उन्होंने कहा कि इन आरोपों की गहन जांच की जरूरत है.

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महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख पर मुंबई के पूर्व कमिश्नर द्वारा लगाए आरोपों पर राजधानी दिल्ली में राष्ट्रवादी कांग्रेस के मुखिया शरद पवार के आवास पर एनसीपी की बैठक हुई, जिसमें एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल, अजित पवार, सुप्रिया सुले और जयंत पाटिल शामिल हुए. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) अध्यक्ष शरद पवार ने रविवार को कहा कि महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख के खिलाफ मुंबई के पूर्व पुलिस प्रमुख परमबीर सिंह के आरोप गंभीर हैं और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे इस मामले में निर्णय करेंगे. पवार ने कहा कि सिंह के पत्र के बारे में उन्होंने ठाकरे से बात की है. उन्होंने कहा, ‘मैं उद्धव ठाकरे को सुझाव दूंगा कि परमबीर सिंह के दावों की जांच करने के लिए पूर्व आईपीएस अधिकारी जुलियो रिबेरो का सहयोग लें.'

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महाविकास आघाडी सरकार में वरिष्ठ मंत्री जयंत पाटिल ने कहा कि महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख के इस्तीफा देने का सवाल ही पैदा नहीं होता है. उधर भाजपा कार्यकर्ताओं ने रविवार को विभिन्न शहरों में प्रदर्शन कर महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख का इस्तीफा मांगा. मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह द्वारा देशमुख के खिलाफ लगाए गए आरोपों को देखते हुए भाजपा कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किए. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रविवार को कहा कि भ्रष्टाचार के आरोप लगने के बाद महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख को तत्काल मंत्री पद से इस्तीफा दे देना चाहिए. उन्होंने आरोप लगाया, ‘ये तो निश्चित रूप से दलाली है, जो मंत्री कर रहे हैं. ये तो भ्रष्टाचार की पराकाष्ठा है. ये तो भ्रष्टाचार के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं.’