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महाराष्ट्र में 1 मई से टीकाकरण की संभावना नहीं, वैक्सीनेशन पर स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कही ये बात

देश में कोरोना वायरस की सबसे ज्यादा मार झेल रहे महाराष्ट्र में एक मई से शुरू होने जा रहे वैक्सीनेशन पर ग्रहण लग सकता है. राज्य में वैक्सीनेशन की संभावना नजर नहीं आ रही है.

Updated on: 27 Apr 2021, 03:14 PM

highlights

  • महाराष्ट्र में 1 मई से टीकाकरण की संभावना नहीं
  • वैक्सीनेशन पर स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा
  • 'अभी नहीं कोई फाइनल फैसला, CM लेंगे निर्णय'

मुंबई:

देश में कोरोना वायरस की सबसे ज्यादा मार झेल रहे महाराष्ट्र में एक मई से वैक्सीनेशन की संभावना नहीं है. महाराष्ट्र की महा विकास अघाडी (एमवीए) सरकार राज्य में 18-45 साल की उम्र के सभी लोगों को मुफ्त टीका लगाने का ऐलान कर चुकी है. लेकिन ऐसा संभव होता नजर नहीं आ रहा है. महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा है कि 1 मई से 18 साल से ऊपर से लोगों को वैक्सीन दी जाएगी या नहीं, अभी इस पर कोई फाइनल फैसला नहीं हुआ है. उन्होंने कहा कि 1 मई को वैक्सीन जरूरत के अनुसार उपलब्ध होना जरूरी है, तभी 18 साल से ऊपर के लोगों को वैक्सीन देना संभव होगा.

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स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा कि 1 मई से 18 साल से ऊपर लोगों को टीका दिया जाएगा या नहीं, इस पर अभी भी कोई फाइनल फैसला नहीं हुआ है. 5 करोड 71 लाख लोगों की संख्या है. 18-44 तक के 12 करोड डोज की जरूरत होगी. राजेश टोपे ने कहा कि राज्य में वैक्सीन मुफ्त देनी है या उसके लिए कैटेगरी बनानी है, इस पर चर्चा चल रही है. लेकिन इसका फैसला सीएम ही लेंगे. उन्होंने कहा कि वैक्सीनेशन को लिए वैक्सीन उपलब्धता एक बड़ी चुनौती है. क्योंकि हमने सीरम, भारत बायोटेक को खत लिखा है. दो दिन हो गए, लेकिन अब तक हमें कोई जवाब नहीं मिला है.

राजेश टोपे ने कहा कि  1 मई को वैक्सीन जरूरत के अनुसार उपलब्ध होना जरूरी है, तभी वैक्सीन देना संभव होगा. उन्होंने कहा कि सभी राज्यों में एक ही दिन में वैक्सीनेशन शुरू हो पाएगा, इस पर भी अभी संदेह है. कई राज्य अभी तक इसके लिए तैयार नहीं हैं. वैक्सीन की उपलब्धता को लेकर कई सवाल और दिक्कतें हैं. कोविन एप में नाम रजिस्टर करना पड़ेगा. लेकिन मौजूदा स्थिति में वैक्सीन की जरूरत के अनुसार उपलब्धता पर पूरा भरोसा नहीं है. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि महाराष्ट्र में मुफ्त वैक्सीन को लेकर आज कैबिनेट में चर्चा होकर फैसला होगा. सबको मुफ्त दिया तो 7.5 हजार करोड़ खर्च किया जाएगा. उन्होंने यह भी कहा कि अमीर और एफ्लुएंट वर्ग के लोगों को मुफ्त डोज देने के बजाय मिनिमम रेट में देने के पक्ष में है.

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उन्होंने यह कहा कि महाराष्ट्र में कल 534372 लोगों का टीकाकारण कराया गया. एक दिन में इतनी बड़ी संख्या के साथ यह रिकॉर्ड ब्रेक वैक्सीनेशन दर्ज हुआ. अब तक डेढ़ करोड़ से भी ज्यादा लोगों का वैक्सीनेशन हुआ है. इसी के साथ देश में महाराष्ट्र वैक्सीन देने के मामले में नंबर 1 पर है. राज्य में वैक्सीन वेस्टेज 2 फीसदी है, जो अन्य किसी भी राज्य की तुलना में बहुत कम है. उन्होंने कहा कि एक दिन में 8 लाख लोगों को वैक्सीनेशन देने की क्षमता है. स्वास्थ्य मंत्री ने यह भी कहा कि राज्य में जल्द ही ऑक्सीजन, रेमेडिसीवर, वैक्सीन इसके कुल डाटा की जानकारी जल्द ही सोशल मीडिया पर दी जाएगी.

ऑक्सीजन को लेकर स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा कि राज्य में कुल 1615 मैट्रिक टन ऑक्सीजन का हर रोज इस्तेमाल होता है. हर एक अस्पताल को ऑक्सीजन उनकी जरुरत के अनुसार ही इस्तेमाल करना अनिवार्य करने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि एक्सपर्ट्स का मानना है कि अस्पताल में ऑक्सीजन इस्तेमाल के लिए स्टैंडर्ड SOP बनाई जाएं. जिस पर काम चल रहा है. राजेश टोपे ने कहा कि हर अस्पताल में अब ऑक्सीजन एक्सपर्ट निगरानी रखने के लिए "ऑक्सिजन नर्स" तैनात किए जाएंगे, ताकि ऑक्सीजन जाया न जाए. जरूरत के अनुसार ही इस्तेमाल हो.