उद्धव ठाकरे ने छोड़ा CM और MLC पद, पल-पल बदल रही महाराष्ट्र की सियासत
सुप्रीम कोर्ट ने महाराष्ट्र सरकार को फ्लोर टेस्ट करने का आदेश देने के महज 20 मिनट के बाद शिवसेना प्रमुख और तत्कालीन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने सोशल मीडिया द्वारा लोगो को संबोधित करते हुए अपने मुख्यमंत्री और विधान परिषद सदस्यता से इस्तीफा देने की घोषण
highlights
- सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद उद्धव ठाकरे का इस्तीफा..
- उद्धव ठाकरे के इस्तीफे का घटनाक्रम..
- सोशल मीडिया का पर मुख्यमंत्री और एमएलसी त्यागने किया ऐलान..
- सोशल मीडिया के ऐलान के बाद राज्यपाल कोश्यारी को सौंपा इस्तीफा
- आदित्य और तेजस दोनों बेटों के साथ खुद गाड़ी चलाकर उद्धव ठाकरे पहुंचे राजभवन..
नई दिल्ली:
सुप्रीम कोर्ट ने महाराष्ट्र सरकार को फ्लोर टेस्ट करने का आदेश देने के महज 20 मिनट के बाद शिवसेना प्रमुख और तत्कालीन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने सोशल मीडिया द्वारा लोगो को संबोधित करते हुए अपने मुख्यमंत्री और विधान परिषद सदस्यता से इस्तीफा देने की घोषणा की.. हालाकि उद्धव ठाकरे के इस्तीफे को लेकर पहले ही अटकलें लगाई जा रही थी जब बुधवार को महा विकास आघाड़ी की हुई आखरी कैबिनेट बैठक में उद्धव ठाकरे ने सभी मंत्रियों तथा कांग्रेस एनसीपी का आभार व्यक्त करते हुए उनके अपनों ने दगा देने की बात कही..
बुधवार शाम को एक तरफ पांच बजे महा विकास आघाड़ी के मंत्रियों की कैबिनेट बैठक चल रही थी वहीं दूसरी तरफ सुप्रीम कोर्ट में फ्लोर टेस्ट को लेकर दलीले दी जा रही थी.. कैबिनेट मीटिंग खत्म हुई पर सुप्रीम कोर्ट में दलीले चलती रही.. महा विकास आघाड़ी के इस आखरी कैबिनेट बैठक में ठाकरे सरकार ने तीन बड़े फैसले लिए जिसमें औरंगाबाद शहर का नाम संभाजी नगर , उस्मानाबाद शहर का नाम धराशिव वहीं नवी मुंबई एयपोर्ट का नाम दी.बा.पाटील एयरपोर्ट करने का फैसला पारित किया.. कैबिनेट बैठक की समाप्ति पर उद्धव ठाकरे ने सभी मंत्री और कांग्रेस एनसीपी का धन्यवाद किया साथ ही उनके अपनों ने दगाबाजी करने का दुख भी जताया..
सुप्रीम कोर्ट से रात के 9 बजकर 5 मिनट पर जब सुप्रीम कोर्ट ने फ्लोर टेस्ट करने के आदेश दिए तब उसके तुरंत बाद ही उद्धव ठाकरे ने सोशल मीडिया पर आकर इस्तीफे कि घोषणा कि.. इस्तीफे की घोषणा के करीब डेढ़ घंटे के बाद रात 11.30 बजे उद्धव ठाकरे उनके विधायक बेटे आदित्य ठाकरे , छोटे बेटे तेजस और ED के दायरे में फंसे मंत्री अनिल परब को को लेकर खुद गाड़ी चलाते हुए मातोश्री से राजभवन पहुंचते है जहां पार्टी के नेता नीलम गोरे और मिलिंद नार्वेकर पहले ही राज्यपाल से मिलने गए थे..
उद्धव ठाकरे k काफिले में उनके बचे हुए विधायक नेता समर्थक और पदाधिकारी भी राजभवन में उनके साथ मौजूद रहे..उद्धव ठाकरे ने राज्यपाल को 11.45 को लिखित इस्तीफा पत्र दिया..और राजभवन से निकले.. इस दौरान राजभवन के बाहर उध्दव ठाकरे k समर्थन मे नारे लगाते हुए भगवा लेकर शिवसैनिक पहुंचे थे..मातोश्री पहुंचने से पहले उद्धव ठाकरे ने खंडोबा मंदिर में दर्शन करने के बाद मातोश्री के लिये रवाना हुए.. इस पूरे मामले में शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे द्वारा नवनियुक्त दल के नेता अजय चौधरी ने कहां की बालासाहब ठाकरे की पार्टी को कोई हाईजैक नहीं कर सकता.. हम उद्धव ठाकरे के साथ है और आखरी दम तक रहेंगे.. बागी विधायक नेताओं को लेकर उद्धव ठाकरे खुद फैसला करेंगे..
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