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आज रात 8 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे उद्धव ठाकरे, बांद्रा को लेकर कह सकते हैं ये बड़ी बात

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) आज रात 8 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे.

Updated on: 14 Apr 2020, 07:35 PM

नई दिल्ली:

महाराष्ट्र में कोरोना वायरस (Corona Virus) के मामले सबसे तेजी से बढ़ रहे हैं. इसे लेकर पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने देश वासियों को संबोधित करते हुए एक बार फिर 3 मई तक Lock Down बढ़ा दिया है. इसके बाद भी मुंबई के बांद्रा स्टेशन पर वहां के प्रवासी मजदूरों की भीड़ अपने-अपने गांवों को जाने के लिए बढ़ने लगी. हालांकि, इस भीड़ को पुलिस ने लाठी चार्ज कर तितर-बितर कर दिया है. इसे लेकर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) आज रात 8 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे. इस दौरान उद्धव ठाकरे बांद्रा और कोरोना वायरस को लेकर कोई बड़ा ऐलान कर सकते हैं.

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कोरोना वायरस के कारण लगातार देश में खतरा बढ़ रहा है. इसी बीच मुंबई से एक ऐसी तस्वीर सामने आई है, जिसमें खुलेआम देखा जा रहा है कि लोगों ने लॉकडाउन का उल्लंघन किया. करीब तीन हजार मजदूर बांद्रा सेंट्रल पर इकट्ठा हो गए. इन सभी मजदूरों की मांग थी कि उन्हें उनके गांव जाने की इजाजत दी जाए. वहीं, इस लाठीचार्ज पर महाराष्ट्र सरकार में मंत्री और शिवसेना विधायक आदित्य ठाकरे ने ट्वीट कर केंद्र सरकार पर दोबारा लॉकडाउन बढ़ाए जाने को लेकर हमला बोला है. आदित्य ठाकरे ने अपने ट्वीट में लिखा है कि केंद्र सरकार इन प्रवासी मजदूरों को काबू करने में नाकाम रही है.

बांद्रा में जुटी भीड़ के बाद आदित्य ठाकरे ने ट्वीट कर कहा कि बांद्रा स्टेशन पर मजदूरों की भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस की लाठी चार्ज से मामला हल नहीं हो रहा है. सूरत में तो दंगों के जैसे हालात हैं. मजदूर सिर्फ भोजन और आश्रय ही नहीं चाहता है वो अपने घरों को वापस जाना चाहते हैं. यह केंद्र सरकार की विफलता है कि वो प्रवासी श्रमिकों को उनके घर वापस भेज पाने की व्यवस्था कर पाने में असक्षम रही है, बांद्रा स्टेशन पर खड़ी भीड़ इसी का परिणाम है. 

शुरुआत में तो पुलिस ने लोगों को समझाने की कोशिश की, लेकिन जब लोग नहीं माने तो पुलिस ने लाठीचार्ज कर लोगों को तितर-बितर किया. जानकारी के मुताबिक, इस भीड़ में कामगार मजदूर थे. जिनका कहना था कि उनके पास खाने-पीने की कोई सुविधा नहीं. एडिशनल कमिश्नर ने न्यूज नेशन से बात करते हुए कहा कि कई लोगों की मांग थी कि उन्हें उनके गांव भेजा जाए.

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इसके बाद राशन का ट्रक लाकर 400-500 लोगों को राशन भी बांटा गया. वहीं कई लोगों को यह भी कहा गया कि अगर उनके पास रहने की व्यवस्था न हो तो वह शेल्टर होम में रह सकते हैं. लेकिन कुछ लोग थे जो लगातार बस अपने घर जाने की जिद पर अड़े थे. जिसके कारण उन्हें तितर बितर करने के लिए बल प्रयोग किया गया.

अफवाहों से इकट्ठा हुए लोग

लोगों को उम्मीद थी कि 14 अप्रैल के बाद लॉकडाउन खत्म हो जाएगा. लेकिन हालतों को देखते हुए लॉकडाउन को 3 मई तक बढ़ा दिया गया है. जानकारी के मुताबिक यह भीड़ सोशल मीडिया पर फैली एक अफवाह के कारण इकट्ठा हुई थी.