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मुंबई को पानी की आपूर्ति करने वाली झीलें 98 प्रतिशत भरीं

देश के मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने इस साल मानसून के लंबे समय तक सक्रिय रहने के कारण मुंबई को पनी की आपूर्ति करने वाली झीलें 98 प्रतिशत तक भर गई हैं.  गौरतलब है कि इस साल मुंबई व आसपास के इलाकों में मानसून अक्टूबर में भी सक्रिय रहा. अक्टूबर में अप्रत्याशित रूप से 22.63 सेंटीमीटर बारिश हुई. हालांकि अक्टूबर के प्रारंभ में दक्षिण-पश्चिम मानसून ने उत्तर भारत से पीछे हटना शुरू कर दिया था, लेकिन महाराष्ट्र में कोंकण तट पर बारिश जारी रही.

Updated on: 24 Oct 2022, 05:34 PM

मुंबई:

देश के मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने इस साल मानसून के लंबे समय तक सक्रिय रहने के कारण मुंबई को पनी की आपूर्ति करने वाली झीलें 98 प्रतिशत तक भर गई हैं.  गौरतलब है कि इस साल मुंबई व आसपास के इलाकों में मानसून अक्टूबर में भी सक्रिय रहा. अक्टूबर में अप्रत्याशित रूप से 22.63 सेंटीमीटर बारिश हुई.

हालांकि अक्टूबर के प्रारंभ में दक्षिण-पश्चिम मानसून ने उत्तर भारत से पीछे हटना शुरू कर दिया था, लेकिन महाराष्ट्र में कोंकण तट पर बारिश जारी रही. अतिरिक्त बारिश से बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) खुश है, क्योंकि बारिश ने देश की वाणिज्यिक राजधानी को पानी की आपूर्ति करने वाली झीलों को लगभग भर दिया है और साल भर कोई चिंता नहीं है. सोमवार को जारी रिपोर्ट के मुताबिक 2021 में 96.97 प्रतिशत और 2020 में 95.28 प्रतिशत की तुलना में इस बार झीलें 97.57 प्रतिशत तक भर गई हैं.

इस साल शहर का कुल पानी का स्टॉक 14,12,134 मिलियन लीटर है. मुंबई-ठाणे-पालघर क्षेत्र में स्थित सभी झीलें व नदियां पानी से भर चुकी हैं.

बीएमसी के एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि अगले अगस्त-सितंबर तक शहर पानी की कटौती से मुक्त होगा. हम अभी भी लोगों से पानी बर्बाद नहीं करने और संरक्षण के साथ-साथ वर्षा-जल संचयन का आग्रह कर रहे हैं.