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महाराष्‍ट्र में बीजेपी के इस 'सर्जिकल स्‍ट्राइक' से सकते में शिवसेना और कांग्रेस

शनिवार सुबह बीजेपी ने ऐसी सर्जिकल स्‍ट्राइक की, जिससे शिवसेना और कांग्रेस तो क्‍या, जिसने सुना, अवाक रह गया. शनिवार सुबह 8 बजे बीजेपी नेता देवेंद्र फड़णवीस ने महाराष्‍ट्र के मुख्‍यमंत्री पद की शपथ ले ली.

Updated on: 23 Nov 2019, 09:04 AM

नई दिल्‍ली:

कहां तो आज शनिवार को शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस के नेताओं की ओर से महाराष्‍ट्र में नई सरकार का ऐलान होना था. इन तीनों दलों के नेता राज्‍यपाल से मिलकर सरकार बनाने का दावा भी पेश करने वाले थे, लेकिन शनिवार सुबह बीजेपी ने ऐसी सर्जिकल स्‍ट्राइक की, जिससे शिवसेना और कांग्रेस तो क्‍या, जिसने सुना, अवाक रह गया. शनिवार सुबह 8 बजे बीजेपी नेता देवेंद्र फड़णवीस ने महाराष्‍ट्र के मुख्‍यमंत्री पद की शपथ ले ली. उनके साथ एनसीपी नेता अजीत पवार ने डिप्‍टी सीएम पद की शपथ ली. किसी को अंदाजा नहीं लग पाया कि आखिर शुक्रवार रात को ऐसी कौन सी खिंचड़ी पकी कि शनिवार सुबह होते-होते वहां बीजेपी के नेता देवेंद्र फड़णवीस के नेतृत्‍व में सरकार बन गई.

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दरअसल महाराष्‍ट्र में बीजेपी ने खिंचड़ी तभी से पकानी शुरू कर दी थी, जब पीएम नरेंद्र मोदी ने राज्‍यसभा की 250वें सत्र में एनसीपी के बारे में तारीफ के पुल बांधे थे. यह पीएम नरेंद्र मोदी की सोची-समझी रणनीति थी. उसके बाद एनसीपी नेता शरद पवार ने बुधवार को पीएम नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से संसद भवन में मुलाकात की थी. बस बात वहीं बन गई. अब तीन दिन बाद उस मुलाकात का जो रिजल्‍ट आया है, उससे कांग्रेस का डर सही प्रतीत हो रहा है.

दरअसल कांग्रेस ने पीएम नरेंद्र मोदी और अमित शाह से शरद पवार की मुलाकात की टाइमिंग पर सवाल उठाए थे. शायद कांग्रेस समझ गई थी कि महाराष्‍ट्र में राजनीति जिस मोड़ पर है, वैसे में पीएम नरेंद्र मोदी और बीजेपी के चाणक्‍य गृह मंत्री से शरद पवार की मुलाकात से बाजी पलट सकती है. कांग्रेस की यह आशंका निराधार भी नहीं थी.

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महाराष्‍ट्र में क्‍या कुछ होना है, यह सब परदे के पीछे चल रहा था. जो सामने चल रहा था, वह ड्रामा था. सामने शरद पवार उद्धव ठाकरे के नाम पर कांग्रेस को एकमत करने में जुटे थे और परदे के पीछे अजीत पवार के नेतृत्‍व में काम चल रहा था. शरद पवार कांग्रेस और एनसीपी से बात कर रहे थे तो एनसीपी की बी टीम बीजेपी के संपर्क में थी. एनसीपी ने आखिरकार बीजेपी के साथ जाना मुनासिब समझा. जैसा कि अजीत पवार ने बताया, तीन दलों के गठबंधन से बेहतर था बीजेपी के साथ जाकर स्‍थिर सरकार बनाएं.

पीएम नरेंद्र मोदी, अमित शाह और शरद पवार की मुलाकात के तीन दिन बाद ही महाराष्‍ट्र की राजनीति में शनिवार सुबह बड़ा ट्विस्‍ट आ गया. सुबह करीब 8 बजे बीजेपी नेता देवेंद्र फड़णवीस ने मुख्‍यमंत्री पद की शपथ ले ली. उनके साथ उनके साथ अजीत पवार ने डिप्‍टी सीएम पद शपथ ली है. राज्‍यपाल भगत सिंह कोशियारी ने मुख्‍यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस और अजीत पवार को क्रमश: मुख्‍यमंत्री और उपमुख्‍यमंत्री पद की शपथ दिलाई.