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मुंबई के वसई में खुला ट्रांसजेंडरों का पहला स्कूल, मिलेगी निःशुल्क शिक्षा

किन्नर समाज के लोगों को आए दिन जिल्लतों का सामना करना पड़ता है. देश के कई समाजसेवी संस्थान लगातार इनकी वजूद के लिए लड़ रहे हैं, लेकिन समाज इन्हें वो इज्जत नहीं दे रहा है जिसके ये भी हकदार हैं.

Updated on: 28 Jun 2021, 07:30 PM

मुंबई:

भारतीय समाज में तीन लिंग के लोग हैं जिनमें पुरुष और महिला का समाज तो निर्धारित है और अपने हक और वजूद को पा चुका है लेकिन समाज का तीसरा जेंडर जिसे हम ट्रांसजेंडर या किन्नर के नाम से जानते हैं वो अभी भी अपने वजूद के लिए हाथापाई कर रहा है. किन्नर समाज के लोगों को आए दिन जिल्लतों का सामना करना पड़ता है. देश के कई समाजसेवी संस्थान लगातार इनकी वजूद के लिए लड़ रहे हैं, लेकिन समाज इन्हें वो सम्मान नहीं दे रहा है जिसके ये भी हकदार हैं. ऐसे ही किन्नरों को उनके हक की आवाज उठाने के लिए मुंबई के वसई में एक स्कूल खोला गया है. ये स्कूल सिर्फ किन्नरों के लिए ही खुला है.

मुंबई के वसई में एक समाजसेवी संस्था ने किन्नरों के लिए स्कूल खोला है. इस स्कूल में किन्नरों को मुफ्त में शिक्षा दी जाएगी. यहां पढ़ने वाले किन्नर छात्रों को किताबें और कॉपियां भी मुफ्त दी जाएंगी.  ट्रस्ट की संचालक रेखा गुप्ता ने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि श्री महाशक्ति चैरिटेबल ट्रस्ट ने वसई में ट्रांसजेंडरों के लिए स्कूल खोला है जिसमें उन्हें निःशुल्क शिक्षा प्रदान की जाएगी. उन्होंने बताया कि 25 ट्रांसजेंडर लोग और कुछ बच्चे वर्तमान में यहां पढ़ाई कर रहे हैं. यहां पर इन छात्रों को किताबें मुफ्त दी जाएंगी और इनको नौकरी का अवसर भी दिया जाएगा.

किन्नरों के लिए भी दुनिया में अब बदलाव का समय आया है. ये लोग भी अब हर एक क्षेत्र में अपनी कामयाबी के झंडे गाड़ रहे हैं. इस समाज के कितने ही लोग हैं जिन्‍होंने कोरोना काल में बिना किसी स्‍वार्थ के लोगों की मदद की है. अभी भी किन्नर समाज के लोग अपने वजूद के लिए जद्दोजहद कर रहे हैं. किन्नर समाज को शिक्षित करने के लिए मुंबई से सटे वसई में एक ट्रांसजेंडर स्कूल खोला गया है.