राम मंदिर पर चल रही सियासत पर शिवसेना नेता संजय राउत का बयान सामने आया है. उन्होंने कहा, उद्धव ठाकरे सरकार बनाने से पहले भी दो बार अयोध्या जा कर आए हैं और सरकार बनाने के बाद भी अयोध्या गए थे. अयोध्या जाना, यह हमारा सरकार चलाने का एजेंडा नहीं है. उन्होंने कहा, उद्धव ठाकरे राज्य के मुख्यमंत्री हैं. वो शिवसेना के पार्टी प्रमुख हैं. जिस बालासाहेब ठाकरे ने राम मंदिर की नींव रखी उद्धव ठाकरे उनके सुपुत्र हैं.
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उन्होंने कहा, बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में लालकृष्ण आडवाणी पर जो मामला कोर्ट में चल रहा है, उसे खारिज कर देना चाहिए. जब कोर्ट ने अपने फैसले में यह मान लिया है कि वहां राम जन्मभूमि थी और जब लालकृष्ण आडवाणी का नाम जन्म भूमि के निमंत्रक में शामिल है तो फिर इस मामले को खारिज कर देना चाहिए.
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बता दें, अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण 5 अगस्त से शुरू होने जा रहा है. पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) 5 अगस्त को मंदिर की आधारशिला रखेंगे. लेकिन इस बीच राम मंदिर को लेकर राजनीति भी शुरू हो गई है. एनसीपी नेता शरद पवार ने रविवार को राम मंदिर के भूमि पूजन की टाइमिंग पर सवाल उठाया था. वहीं इस पर जवाब देते हुए. संजय राउत ने कहा, 'महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री का शपथ लेने के बाद उद्धव ठाकरे अयोध्या राम लला के दर्शन करने गए थे. हमें अयोध्या जाने के लिए किसी के निमंत्रण की जरूरत नहीं है, हम बार-बार अयोध्या जाते हैं. राम मंदिर निर्माण के लिए जो भी बाधाएं आई थीं, उनका रास्ता साफ करने का काम शिवसेना ने किया है.'