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जब सरकार बनाने के लिए BJP महबूबा मुफ्ती के साथ आ सकती है तो हम NCP-कांग्रेस के साथ क्यों नहीं- उद्धव ठाकरे

वहीं जब उनसे एनसीपी और कांग्रेस के साथ सरकार बनाने पर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, कांग्रेस-एनसीपी के साथ हम कॉमन मिनिमम प्रोग्राम पर बात करेंगे

Updated on: 13 Nov 2019, 09:23 AM

नई दिल्ली:

महाराष्ट्र में बहमुत साबित करने के लिए और वक्त न दिए जाने और डेडलाइन से पहले ही राष्ट्रपति शासन लागू होने पर भड़की शिवसेना ने अब सुप्रीम कोर्ट पहुच गई है. वहीं दूसरी तरफ पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बीजेपी पर जमकर निशाना साधा और राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी पर भी जमकर तंज कसा. उन्होंने कहा, आज तक किसी भी राज्य को ऐसा राज्यपाल नहीं मिला.

वहीं जब उनसे एनसीपी और कांग्रेस के साथ सरकार बनाने पर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, कांग्रेस-एनसीपी के साथ हम कॉमन मिनिमम प्रोग्राम पर बात करेंगे. उद्धव ठाकरे ने कहा, हमसे पूछा जा रहा है कि कांग्रेस-एनसीपी के साथ कैसे आ जाएंगे. तो जवाब है कि वैसे ही जैसे बीजेपी बिहार में नितिश के साथ और जम्मू-कश्मीर में महबूबा मुफ्ती के साथ आई थी. उन्होंने कहा जब बीजेपी महबूबा मुफ्ती के साथ सरकार बना सकती है तो हम कांग्रेस और एनसीपी के साथ क्यों नहीं? मोदी हटाओ की बात करने वाले चंद्रबाबू नायडु साथ आ गए तो हमारे साथ क्या परेशानी है?

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शिवसेना प्रमुख ने कहा, हम कांग्रेस, एनसीपी से बात करेंगे की कि किस बात पर एक होना है. ठाकरे ने आरोप लगाया कि बीजेपी को दी गयी समयसीमा समाप्त होने से पहले ही शिवसेना को सरकार बनाने का न्योता दिया गया. ठाकरे ने राज्यपाल पर तंज कसते हुए कहा, 'महाराष्ट्र के राज्यपाल ने बीजेपी को दी गयी समयसीमा समाप्त होने से पहले ही हमें सरकार बनाने के लिए पत्र दिया. जब हमने राज्यपाल से और समय मांगा तो उन्होंने नहीं दिया. हमने राज्यपाल से 48 घंटे मांगे थे लेकिन अब लगता है कि उन्होंने हमें सरकार बनाने के लिए पर्याप्त छह महीने दे दिए हैं.'

हिंदुत्व के प्रति शिवसेना की प्रतिबद्धता दोहराते हुए उन्होंने कहा कि विभिन्न विचारधाराओं वाले दलों ने बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बनाई है. उद्धव ने कहा, 'मैंने इस विषय पर जानकारी मंगाई है कि बीजेपी ने किस प्रकार अपनी विचारधारा के विपरीत चलने वाले महबूबा मुफ्ती, नीतीश कुमार, चंद्रबाबू नायडू और रामविलास पासवान के साथ गठबंधन किया. इससे मुझे कांग्रेस और राकांपा को साथ लेकर चलने में आसानी होगी.'

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बीजेपी के साथ शिवसेना का गठबंधन टूटने के प्रश्न पर ठाकरे ने कहा, 'यदि गठबंधन टूटता है तो यह उनके कारण होगा मेरे कारण नहीं. उन्होंने झूठ बोला और मुझे झूठा साबित करने की कोशिश की.' उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री का पद विधानसभा चुनाव के पहले ही तय हो गया था लेकिन बीजेपी ने अपना वादा नहीं निभाया. ठाकरे ने कहा, 'आप राम मंदिर के समर्थन में हैं और वादे तोड़ते हैं तो यह सच्चा हिंदुत्व नहीं है.'