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Sanjay Raut की न्यायिक हिरासत 17 अक्टूबर तक बढ़ाई, तीसरी बार खिसकी तारीख 

उद्धव ठाकरे गुट की शिवसेना के नेता संजय राउत की हिरासत अवधि को लगातार बढ़ाया जा रहा है, पात्रा चॉल के पुनर्विकास में कथित वित्तीय अनियमितताओं के मामले में गिरफ्तार किया गया था

Updated on: 10 Oct 2022, 07:55 PM

highlights

  • ईडी के अधिकारियों ने 31 जुलाई को शिवसेना नेता के घर पर छापा मारा था
  • पूछताछ करने के बाद एक अगस्त को उन्हें गिरफ्तार कर लिया

नई दिल्ली:

उद्धव ठाकरे गुट की शिवसेना के नेता संजय राउत (Sanjay Raut) की न्यायिक हिरासत 17 अक्टूबर तक बढ़ाई गई है. पात्रा चावल भूमि घोटाला मामले में संजय राउत की हिरासत को पहले 4 अक्टूबर को 14 दिनों यानि आज 10 अक्टूबर तक के लिए मुंबई की एक विशेष अदालत ने बढ़ा दिया था. राउत को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने एक अगस्त को मुंबई के उपनगरीय गोरेगांव में पात्रा चॉल के पुनर्विकास में कथित वित्तीय अनियमितताओं के मामले में गिरफ्तार किया गया था. राउत की हिरासत अवधि को लगातार बढ़ाया जा रहा है. शिवसेना नेता को 8 अगस्त को 14 दिनों के लिए न्यायिक  हिरासत में भेजा गया था. 22 अगस्त को विशेष पीएमएलए अदालत ने राउत की हिरासत को पांच सितंबर तक बढ़ाया था.

इसे 19 सितंबर तक और बाद में 3 अक्टूबर तक के लिए बढ़ाया गया था. ईडी के अधिकारियों ने 31 जुलाई को शिवसेना नेता के घर पर छापा मारा था. कई घंटों तक हिरासत में रखने और पूछताछ करने के बाद एक अगस्त को उन्हें गिरफ्तार कर लिया.

क्या है पात्रा चॉल घोटाला

पात्रा चाॅल घोटले में मुंबई पश्चिमी उपनगर के गोरेगांव के सिद्धार्थ नगर में 47 एकड़ जमीन पर 672 परिवारों के पुनर्विकास का मामला है. इसके लिए 2007 में सोसायटी द्वारा महाराष्ट्र हाउसिंग डेवलपमेंट अथाॅरिटी और गुरु कंस्ट्रक्शन कंपनी के बीच करार हुआ था. इस समझौते के तहत कंपनी काे 3500 फ्लैट बनाने थे. इसके बाद बची हुई जमीन प्राइवेट डेवलपर्स को बेचनी थी.

आरोप है कि कंपनी ने महाराष्ट्र हाउसिंग डेवलपमेंड अथॉरिटी ;म्हाडा को गुमराह करके एफएसआई (floor space index) 9 अलग-अलग बिल्डरों को बेचकर 901 करोड़ रुपये एकत्र किए. इसके साथ मिडोज नामक एक नया प्रोजेक्ट खड़ा किया और फ्लैट बुकिंग के नाम पर 138 करोड़ रुपये की वसूली की. मगर 672 लोगों को फ्लेट नहीं सौंपे गए.