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महाराष्ट्र में 'मराठी डांडिया' पर सियासत जारी, बीजेपी ने शिवसेना पर किया कटाक्ष

शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में मराठी डांडिया की आलोचना की है जिसके जवाब में मुम्बई बीजेपी अध्यक्ष और महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री आशीष शेलार ने शिवसेना को पाचन शक्ति बढ़ाने की सलाह दी है।

Updated on: 29 Sep 2022, 12:29 PM

नई दिल्ली:

महाराष्ट्र में इस वर्ष बड़े ही धूम-धाम से नवरात्रि मनाया जा रहा है। बीजेपी ने मराठी भाषियों को लुभाने के लिए पहली बार मराठी डांडिया का आयोजन किया है। एक तरफ जहां मराठी डांडिया उत्सव को लेकर लोगों का जोश देखने को मिल रहा है वहीं दूसरी तरफ इसको लेकर सियासत भी तेज है। शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में मराठी डांडिया की आलोचना की है जिसके जवाब में मुम्बई बीजेपी अध्यक्ष और महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री आशीष शेलार ने शिवसेना को पाचन शक्ति बढ़ाने की सलाह दी है। आशीष शेलार ने शिवसेना की आलोचना को राजनीतिक ईर्ष्या बताया है।शेलार ने सामना संपादकीय के जवाब में एक पत्र लिखकर शिवसेना पर जमकर निशाना साधा है। बीजेपी नेता ने इस पत्र में लिखा है कि “यह वही पार्टी है जिसने राम के लिए एकत्र किए गए चंदे का मजाक उड़ाया था। पार्टी ने ढाई साल तक मंदिरों को बंद रखा और दही हांडी, गणेशउत्सव और नवरात्रि जैसे त्योहारों पर प्रतिबंधित लगा रखा था।


शेलार ने आगे लिखा कि शिवसेना को अब इस बात से समस्या है की शिंदे-फडणवीस सरकार ने लोगों को खुश करने के लिए सभी त्योहारों को प्रोत्साहित किया है। आगे शिवसेना पर तंज कसते हुए आशीष शेलार ने लिखा कि जिनके पेट में परेशानी हो रही है उन्हें हमारी लोकप्रियता को पचाने के लिए धौती योग चूर्ण का इस्तेमाल करना चाहिए। बीजेपी नेता ने अपने पत्र में लिखा है कि बीजेपी ने हमेशा मराठी लोगों को उनके अच्छे और बुरे दौर में समर्थन दिया है और इस पर कभी राजनीति नहीं की है। हमारे मंत्री, नेता और कार्यकर्ता कोविड 19 और प्राकृतिक आपदाओं के दौरान लोगों की मदद करने और उनके घरों तक पहुंचने में सबसे आगे थे। हालांकि, हमने कभी भी होर्डिंग लगाकर अपने काम का विज्ञापन नहीं किया।"

मराठी डांडिया पर शिवसेना द्वारा किये गए हमले के जवाब में शेलार ने कहा, “लालबाग, परेल और शिवड़ी सहित गिरगांव क्षेत्र में हमारे मराठी डांडिया कार्यक्रम पर पेंगुइन सेना और सामना को समस्या क्यों है? याकूब मेमन की कब्र को सजाने का समर्थन करने वालों को हमारी पहल पसंद नहीं आएगी।