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शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने ली महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद की शपथ, बनें 19वें सीएम

उद्धव ठाकरे ने शिवाजी महाराज को नमन करते हुए मराठी भाषा में शपथ ली.

Updated on: 28 Nov 2019, 10:36 PM

नई दिल्‍ली:

शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने बृहस्पतिवार को महाराष्ट्र के 19वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली. इसी के साथ ही सत्ता में ठाकरे परिवार की सीधी भागीदारी की शुरुआत हो गई है. उद्धव के साथ शिवसेना, कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के दो-दो नेताओं ने मंत्री पद की शपथ ली. इनमें एकनाथ शिंदे, सुभाष देसाई (दोनों शिवसेना), जयंत पाटिल, छगन भुजबल (दोनों राकांपा), बालासाहेब थोराट, नितिन राउत (दोनों कांग्रेस) शामिल हैं. मुंबई के शिवाजी पार्क में राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने 59 वर्षीय उद्धव ठाकरे को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई. इस मौके पर तीनों दलों के वरिष्ठ नेता और हजारों कार्यकर्ता मौजूद थे. पहली बार ठाकरे परिवार का कोई सदस्य महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री बना है.

छत्रपति शिवाजी को वंदन करते हुए मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने वाले उद्धव राज्य में शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस के गठबंधन ‘महाराष्ट्र विकास आघाडी’ की सरकार का नेतृत्व करेंगे. शिवसेना से वरिष्ठ नेता एकनाथ शिंदे और सुभाष देसाई ने भी मंत्रीपद की शपथ ली. राकांपा के कोटे से पार्टी के दो वरिष्ठ नेताओं जयंत पाटिल और छगन भुजबल ने भी शपथ ग्रहण की. पाटिल मराठा समुदाय तो भुजबल ओबीसी वर्ग से आते हैं. कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बालासाहेब थोराट और कार्यकारी अध्यक्ष नितिन राउत को मंत्री पद की शपथ दिलाई गयी है. महाराष्ट्र कांग्रेस कोटे से शपथ लेने वाले थोराट मराठा समुदाय और राउत दलित समुदाय से आते हैं. माना जा रहा है कि अब बहुमत साबित करने के बाद उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले मंत्रिमंडल का विस्तार होगा. शपथ ग्रहण समारोह में राकांपा प्रमुख शरद पवार एवं पार्टी नेता अजित पवार और सुप्रिया सुले, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल, केसी वेणुगोपाल और मल्लिकार्जुन खड़गे, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ, मनसे प्रमुख राज ठाकरे, द्रमुक नेता एमके स्टालिन और कई अन्य नेता मौजूद थे.

इसके साथ उद्योगपति मुकेश अंबानी और उनकी पत्नी नीता अंबानी ने भी शिरकत की. इस शपथ ग्रहण में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी उपस्थित नहीं हो सके. उद्धव ठाकरे ने इन तीनों नेताओं को आमंत्रित किया था. सोनिया ने ठाकरे को लिखे पत्र में उन्हें शुभकामनाएं दीं और उम्मीद जताई कि उनके नेतृत्व में बनने जा रही सरकार राज्य की जनता की आकांक्षाओं को पूरा करेगी. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने पर उद्धव ठाकरे को बधाई दी. उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने वाले उद्धव ठाकरे जी को बधाई. मुझे विश्वास है कि वह महाराष्ट्र के उज्ज्वल भविष्य के लिए लगन से काम करेंगे.’’ उद्धव ठाकरे महाराष्ट्र के 19वें मुख्यमंत्री और शिवसेना से यह पद संभालने वाले तीसरे व्यक्ति हैं.

ठाकरे से पहले मनोहर जोशी और नारायण राणे ने शिवसेना नेता के तौर पर यह जिम्मेदारी संभाली. शिवसेना-राकांपा-कांग्रेस गठबंधन सरकार का गठन विधानसभा चुनाव के परिणामों की घोषणा के 36 दिन बाद हुआ है. पिछले दिनों महाराष्ट्र में नाटकीय घटनाक्रम में देवेंद्र फडणवीस ने मुख्यमंत्री और अजित पवार ने उप मुख्यमंत्री की शपथ ली थी. बाद में दोनों ने इस्तीफा दे दिया था. गत बुधवार को विधानसभा के विशेष सत्र में राज्य के नवनिर्वाचित विधायकों को शपथ दिलाई गई थी. महाराष्ट्र में हाल में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 288 सदस्यीय विधानसभा में 105 सीटें जीतीं थी. शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस ने क्रमश: 56, 54 और 44 सीटों पर जीत दर्ज की थी.

इस तरह की अटकलें थीं कि अजित पवार बृहस्पतिवार को उपमुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगे लेकिन राकांपा से केवल दो मंत्रियों ने शपथ ली है. शपथ ग्रहण समारोह से कुछ देर पहले राकांपा नेता जयंत पाटिल और नवाब मलिक, शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे ने न्यूनतम साझा कार्यक्रम (सीएमपी) की घोषणा की. शिवसेना-राकांपा-कांग्रेस गठबंधन ने कहा कि राज्य में महाराष्ट्र विकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार किसानों का कर्ज माफ करेगी और नौकरियों में 80 फीसदी आरक्षण युवाओं और स्थानीय निवासियों के लिये सुनिश्चित करेगी.

महाराष्ट्र में पिछले एक महीने से मुख्यमंत्री के पद को लेकर लगातार घमासान चल रहा था. शनिवार को देवेंद्र फडणवींस ने नाटकीय तरीके से एनसीपी के सहयोग से सीएम पद की शपथ ले ली थी वहीं एनसीपी नेता अजित पवार ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली थी. जिसके बाद एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार ने बताया कि वो बीजेपी को साथ नहीं है वो शिवसेना और कांग्रेस के साथ हैं पूरे घटनाक्रम में बीजेपी के बहुमत साबित करने से पहले ही देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार ने इस्तीफा दे दिया जिसके बाद शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी ने शक्ति प्रदर्शन करते हुए बहुमत साबित किया.

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आपको बता दें महाराष्ट्र राज्य का गठन साल 1960 में हुआ था इसके पहले इसे बॉम्‍बे प्रदेश के नाम से जाना जाता था, जिसके तहत महाराष्ट्र और गुजरात दोनों राज्य इसका हिस्सा हुआ करते थे. महाराष्ट्र गठन से पहले बॉम्बे के दो मुख्यमंत्री हुए थे. पहले सीएम मोरारजी देसाई थे जिन्होंने साल1950 में सीएम पद की शपथ ली थी वो 31 अक्टूबर साल 1956 तक सीएम बने रहे. इसके बाद बॉम्बे प्रदेश के रहते हुए यशवंत चव्हाण सीएम बने, जो कुछ-कुछ समय के लिए दो बार सीएम बने. इसके बाद साल 1960 में महाराष्ट्र और गुजरात दो अलग-अलग राज्य बने.

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महाराष्ट्र गठन के बाद अब तक यहां 18 मुख्यमंत्री बन चुके हैं उद्धव ठाकरे ठाकरे परिवार के पहले और महाराष्ट्र के 19वें सीएम बने. आइये आपको बताते हैं महाराष्ट्र के 18 सीएम के बारे में. 

यशवंतराव चव्हाण 1960 में सीएम बने, जो 19 नवंबर 1962 तक रहे

मारोतराव कन्नमवार 1962 में सीएम बने, जो 24 नवंबर 1963 तक रहे.

आरके सावंत 1963 में सीएम बने, 4 दिसंबर 1963 तक रहे.

यशवंतराव तीन बार सीएम बने, 1963, 1967 और 1972 तक रहे.

शंकरराव चव्हाण तीन बार सीएम बने, 1975,1977 और 1986 में सीएम बने.

वसंतदादा पाटिल दो बार सीएम बने, 1978 और 1983 में कमान संभाली थी.

शरद पवार चार बार महाराष्ट्र के सीएम बने, 1978, 1988, 1990 और 1993 में जिम्मेदारी संभाली.

अब्दुल रहमान अंतुले 9 जून 1980 में सीएम बने जो 12 जनवरी 1982 तक रहे.

बाबा साहेब भोसले 21 जनवरी 1982 को सीएम बने, जो 1 फरवरी 1983 तक रहे.

शिवाजीराव पाटिल 3 जून 1985 को सीएम बने, जो 6 मार्च 1986 तक रहे.

सुधाकरराव नाईक 1991 में सीएम बने जो 1993 तक रहे.

मनोहर जोशी 14 मार्च 1995 में सीएम बने, जो 31 जनवरी 1999 तक रहे.

नारायण राणे 1 फरवरी 1999 में बने, जो 17 अक्टूबर 1999 तक रहे.

विलासराव देशमुख दो बार सीएम बने, पहली बार 1999 और दूसरी बार 2004 में सीएम रहे.

सुशील कुमार शिंदे 18 फरवरी 2003 में सीएम बने, जो 30 अक्टूबर 2004 तक रहे.

अशोक चव्हाण दो बार सीएम बने, पहली बार 2009 में और दूसरी बार 2010 में सीएम बने.

पृथ्वीराज चव्हाण 11 नवंबर 2004 में सीएम बने, जो 26 सितंबर 2014 तक रहे.

देवेंद्र फडणवीस दो बार सीएम बने, 2014 में पांच साल तक रहे और 2019 में 4 दिन के लिए सीएम बने.