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काफी गुस्‍से में हैं शिवसेना (Shiv Sena) प्रमुख उद्धव ठाकरे (Udhav Thackrey), 3 बार में भी नहीं उठाया देवेंद्र फडनवीस (Devendra Fadnavis) का फोन

Maharashtra Politics : महाराष्‍ट्र (Maharashtra) में बीजेपी-शिवसेना (BJP-Shiv Sena) की रार इतनी आगे बढ़ गई है कि अब शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे (Udhav Thakrey) मुख्‍यमंत्री देवेंद्र फडनवीस (Devendra Fadnavis) का फोन तक नहीं उठा रहे हैं.

Updated on: 08 Nov 2019, 12:10 PM

नई दिल्‍ली:

महाराष्‍ट्र (Maharashtra) में बीजेपी-शिवसेना (BJP-Shiv Sena) की रार इतनी आगे बढ़ गई है कि अब शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे (Udhav Thackrey) मुख्‍यमंत्री देवेंद्र फडनवीस (Devendra Fadnavis) का फोन तक नहीं उठा रहे हैं. हालात यह है कि आरएसएस (RSS) ने नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) को दोनों दलों में सुलह कराने की जिम्‍मेदारी दी, लेकिन फिर भी बात नहीं बनी तो महाराष्‍ट्र के दक्षिणपंथी नेता संभाजी भिड़े (SambhaJi Bhide) को उतारा गया. वे उद्धव ठाकरे से मिलने मातोश्री (Matoshree) गए भी, लेकिन उद्धव ठाकरे नहीं मिले. मायूस होकर उन्‍हें वापस लौटना पड़ा. हालांकि उनका संदेश उद्धव ठाकने तक पहुंच गया है. सूत्र बता रहे हैं कि उद्धव ठाकरे देवेंद्र फडनवीस से इतना नाराज हैं कि उनके नाम पर कोई बात नहीं करना चाहते.

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संभाजी भिड़े को राज्‍य में भिड़े गुरुजी के नाम से बुलाया जाता है. सीएम फडणवीस और उद्धव ठाकरे दोनों भिड़े को बहुत आदर देते हैं. बताया जा रहा है कि बीजेपी-शिवसेना में कड़वाहट दूर करने को भिड़े खुद मातोश्री गए थे, लेकिन तब उद्धव वहां नहीं थे. उद्धव से उनकी मुलाकात नहीं हो पाई तो भिड़े शिवसेना नेता और एमएलसी अनिल परब से मिलकर लौट गए.

इससे पहले देवेंद्र फडणवीस ने शिवसेना प्रमुख से संपर्क साधने की कोशिश की थी. बीजेपी से जुड़े उच्च पदस्थ सूत्रों का कहना है कि पिछले एक सप्ताह में सीएम देवेंद्र फडणवीस ने उद्धव ठाकरे को तीन बार फोन किया, लेकिन दोनों में एक बार भी बातचीत नहीं हो पाई.

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बताया जा रहा है कि देवेंद्र फडणवीस ने जब पहली बार उद्धव ठाकरे को फोन किया गया तो बताया गया कि उद्धव ठाकरे अन्‍य कॉल पर व्‍यस्‍त हैं. दूसरी बार में देवेंद्र फडनवीस को जवाब मिला कि उद्धव ठाकरे आराम फरमा रहे हैं. तीसरी बार कहा गया कि उद्धव ठाकरे खुद मुख्‍यमंत्री से बात करेंगे, लेकिन उनहोंने फोन नहीं किया.

यह भी कहा जा रहा है कि देवेंद्र फडणवीस और उद्धव ठाकरे में सुलह करने के लिए एक कॉमन बिजनेसमैन फ्रेंड ने मातोश्री से संपर्क करने की कोशिश की तो उन्हें दो टूक बोल दिया गया कि वे राजनीति की बात न करें. बीजेपी के अनुसार, पार्टी ने उद्धव तक पहुंचने के सभी विकल्पों को आजमा लिया है. अब सरकार गठन के लिए बीजेपी शिवसेना के प्रस्ताव का इंतजार कर रही है. इधर शिवसेना अब भी ढाई साल के सीएम पद के लिए अड़ी हुई है तो बीजेपी इस पर किसी तरह का समझौता करने के मूड में नहीं है.