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शरद पवार बोले- सुशांत सिंह केस की जांच की दिशा...

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के प्रमुख शरद पवार ने मंगलवार को कहा कि अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत की जांच "अलग दिशा" में चली गई है.

Updated on: 29 Sep 2020, 10:56 PM

पुणे:

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के प्रमुख शरद पवार ने मंगलवार को कहा कि अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh rajput case) की मौत की जांच "अलग दिशा" में चली गई है. सोलापुर जिले के पंढेरपुर में पत्रकारों से बातचीत करते हुए, पवार मामले में सीबीआई की जांच में प्रगति के बारे में सवाल उठाते दिखे. इस मामले की शुरुआती तफ्तीश मुंबई पुलिस ने की थी. पवार ने शिवसेना सांसद संजय राउत और भाजपा के वरिष्ठ नेता देवेंद्र फडणवीस के बीच पिछले हफ्ते हुई मुलाकात में किसी तरह के राजनीतिक मायने होने की बात को खारिज किया.

शिवसेना के भाजपा के साथ गठबंधन नहीं करने पर राकांपा के राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में शामिल होने के केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले के सुझाव के बारे में पूछे जाने पर पवार ने कहा कि आरपीआई (ए) के प्रमुख को कोई भी न संसद के अंदर और न संसद के बाहर गंभीरता से नहीं लेता है. सुशांत राजपूत के मामले पर बातचीत करते हुए उन्होंने कहा, हो सकता है कि केंद्र सरकार को मुंबई पुलिस पर विश्वास नहीं होने की वजह से जांच अन्य एजेंसी (सीबीआई) को दी गई है.

पवार ने कहा कि उन्होंने (सीबीआई ने) मामले पर क्या प्रकाश डाला, हमने अब तक कुछ नहीं देखा. खुदकुशी (के कोण को) अलग रखकर, अब अजीब चीजें निकलकर आ रही हैं. अब जांच अलग दिशा में चली गई है. उन्होंने कहा कि सच सामने आने पर चीजें साफ हो जाएंगी। वरिष्ठ नेता जाहिर तौर पर राजपूत की मौत की जांच में उभरे कथित बॉलीवुड-मादक पदार्थ गठजोड़ को लेकर स्वापक नियंत्रण ब्यूरो (एनसीबी) की जांच का हवाला दे रहे थे.

आठवले की टिप्पणी के बारे में पूछने पर पवार ने कहा कि क्या उनकी (आठवले की) पार्टी का एक भी विधायक या सांसद है? वह बोलते हैं, सलाह देते हैं, लेकिन उन्हें कोई गंभीरता से नहीं लेता है, न संसद में, न ही बाहर. आठवले ने शिवसेना से महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिए फिर से भाजपा से गठजोड़ करने को कहा था और दोनों पार्टियों के बीच सत्ता साझेदारी का फॉर्मूला भी सुझाया था.

फडणवीस-राउत के बीच हुई मुलाकात के संबंध में किए गए सवाल पर पवार ने कहा कि अगर किसी अखबार का संवाददाता या संपादक, दूसरी पार्टी के नेताओं का साक्षात्कार लेता है तो, इसका मतलब यह नहीं है कि वह पार्टी से जुड़ जाता है. उन्होंने कहा कि जब राउत ने (शिवसेना मुखपत्र सामना के लिए) मेरा साक्षात्कार लिया था तो उन्होंने घोषणा की थी कि वह मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे का साक्षात्कार करेंगे. राउत ने स्पष्ट किया है कि वह भाजपा नेताओं का साक्षात्कार लेंगे. मैं नहीं समझता कि किसी टिप्पणी की जरूरत है. पवार ने कहा कि फडणवीस का साक्षात्कार होगा और छप जाएगा लेकिन इसका राज्य की राजनीति पर कोई असर नहीं पड़ेगा.