logo-image

Sharad Pawar Resign: शरद पवार का बड़ा ऐलान, एनसीपी अध्यक्ष पद से दिया इस्तीफा

Sharad Pawar Resigns: शरद पवार का बड़ा ऐलान, एनसीपी अध्यक्ष पद से दिया इस्तीफा

Updated on: 02 May 2023, 01:36 PM

New Delhi:

Sharad Pawar Resignation: महाराष्ट्र की सियासत के पितामह कहे जाने वाले राष्ट्रवादी कांग्रेस के अध्यक्ष शरद पवार को लेकर बड़ी खबर सामने आई है. महाराष्ट्र में बीते कुछ दिनों से चल रही सियासी हलचलों के बीच बड़ा ऐलान किया है. शरद पवार ने एनसीपी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है. 2 मई मंगलवार को शरद पवार के इस ऐलान के बाद से ही उनके निवास के बाहर समर्थकों का हुजूम उमड़ पड़ा. बड़ी संख्या में लोग शरद पवार को मनाने में जुट गए. घर से बाहर शरद पवार के समर्थक जमकर नारेबाजी भी कर रहे हैं. 

कौन संभालेगा अध्यक्ष पद की कमान?
शरद पवार लंबे समय से पार्टी के प्रमुख के तौर पर जुड़े रहे हैं. ऐसे में उनके पार्टी अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के ऐलान के बाद ये सवाल उठ रहा है कि आखिर उनके बाद इस पद पर कौन काबिज होगा. सियासी जानकारों की मानें तो अजीत पवार को कमान सौंपी जा सकती है. इसके साथ ही सुप्रिया सुले भी इस दौड़ में आगे हैं. बहरहाल कौन इस पद पर काबिज होगा ये कहना थोड़ा मुश्किल हैं क्योंकि शरद पवार के समर्थक उन्हें मनाने में जुटे हुए हैं. 

क्या बोले शरद पवार?

शरद पवार ने पार्टी अध्यक्ष के पद से इस्तीफा देने के साथ ही ये जानकारी भी दी है कि एनसीपी ने नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव के लिए पार्टी सदस्यों की एक समिति गठित की जाएगी. ये समिति ही नए अध्यक्ष पद का चयन करेगी. इसके साथ ही शरद पवार ने ये भी कहा कि, वे सिर्फ अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे रहे हैं. वे सार्वजनिक जीवन संन्यास बिल्कुल नहीं ले रहे हैं. 

किताब के विमोचन के बाद दिया इस्तीफा

दरअसल शरद पवार मंगलवार को अपनी किताब 'लोक मांझे सांगाती' का विमोचन कर रहे थे. किताब के विमोचन के तुरंत बाद उन्होंने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से इस्तीफे का ऐलान कर दिया. उन्होंने कहा कि- 'मैं लंबे समय से इस पद पर काम कर रहा हूं और मैं चाहता हूं कि कोई दूसरा इस पद की जिम्मेदारी संभाले.' दरअसल पिछले कुछ समय से शरद पवार और उनके भतीजे अजीत पवार के बीच सबकुछ ठीक नहीं चल रहा था. राजनीतिक जानकारों की मानें तो दोनों के बीच अनबन 2019 से ही शुरू हो गई थी, जबकि अजीत पवार ने देवेंद्र फडणवीस के साथ गठबंधन कर रातों-रात सरकार बना ली थी. 

हालांकि बाद में शरद पवार उन्हें मनाकर वापस ले आए थे, लेकिन तब से चाचा-भतीजा के बीच खटपट चल ही रही थी. बीते कुछ दिनों में एक बार दोनों के बीच तकरार देखने को मिल रही थी. ऐसे में शरद पवार के इस्तीफे की बड़ी वजह भतीजे से चल रहे मत और मनभेद को भी माना जा रहा है.