महाराष्ट्र की सत्ता में शनिवार को भारी उठा-पटक देखने को मिला. राज्य की मुख्यमंत्री की कुर्सी एक बार फिर देवेंद्र फडणवीस के हाथ आ गई है. राज्यपाल बी.एस. कोश्यारी ने शनिवार सुबह बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस को महाराष्ट्र के सीएम और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) नेता अजीत पवार को उप मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई. दोनों नेताओं ने आज सुबह लगभग आठ बजे यहां राजभवन में एक कार्यक्रम में शपथ ली. इस दौरान भाजपा और राकांपा के नेताओं के साथ-साथ अन्य सरकारी अधिकारी मौजूद थे.
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महाराष्ट्र के राजनीति में आए अचानक इस बदलाव पर विपक्षी नेता और राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने हमला बोलते हुए कहा,'महाराष्ट्र में जो हुआ वह छिपकर करने की क्या आवश्यकता थी. इस प्रकार अचानक राष्ट्रपति शासन का हटना और इस प्रकार शपथ दिलाना कौनसी नैतिकता है? ये लोग देश में लोकतंत्र को किस दिशा में ले जा रहे हैं? समय आने पर देशवासी इसका जवाब देंगे और बीजेपी को सबक सिखाएंगे.'
उन्होंने ये भी कहा, 'इस माहौल में फडणवीस जी मुख्यमंत्री के रूप में कामयाब हो पाएंगे, यह डाउटफुल है... सीएम और डिप्टी सीएम दोनों ने गिल्टी कॉन्शियस होकर शपथ ली है वे गुड गवर्नेंस दे पाएंगे इसमें संदेह है जिसका नुकसान महाराष्ट्र की जनता को होगा.'
वहीं मुंबई में मौजूद कांग्रेस के सूत्र बीजेपी के इस कदम से पूरी तरह अवाक रह गए. उम्मीद की जा रही थी कि कांग्रेस शिवसेना के उद्धव ठाकरे को मुख्यमंत्री पद देने पर राजी हो गई थी. अंतिम बैठक आज दोपहर 12.30 बजे होने वाली थी. कांग्रेस ने कहा कि यह स्पष्ट रूप से एनसीपी का धोखा है.
वहीं एनसीपी नेता नवाब मलिक ने शनिवार को कहा कि पार्टी अध्यक्ष शरद पवार महाराष्ट्र में शनिवार को गठित हुई नई सरकार से नाखुश हैं.