'भगवा' हुई राज ठाकरे की मनसे, बेटे अमित ठाकरे की भी हुई पार्टी में एंट्री

राज ठाकरे (Raj Thackeray) ने अपनी पार्टी महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) का झंडा बदलकर भगवा कर लिया है. पिछले दो दिनों से सोशल मीडिया पर मनसे के झंडे की तस्वीरें काफी वायरल हो रही थीं.

राज ठाकरे (Raj Thackeray) ने अपनी पार्टी महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) का झंडा बदलकर भगवा कर लिया है. पिछले दो दिनों से सोशल मीडिया पर मनसे के झंडे की तस्वीरें काफी वायरल हो रही थीं.

author-image
Kuldeep Singh
New Update
'भगवा' हुई राज ठाकरे की मनसे, बेटे अमित ठाकरे की भी हुई पार्टी में एंट्री

'भगवा' हुई राज ठाकरे की मनसे, बेटे अमित की भी हुई पार्टी में एंट्री( Photo Credit : न्यूज स्टेट)

राज ठाकरे (Raj Thackeray) ने अपनी पार्टी महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) का झंडा बदलकर भगवा कर लिया है. पिछले दो दिनों से सोशल मीडिया पर मनसे के झंडे की तस्वीरें काफी वायरल हो रही थीं. गोरेगांव में मनसे के राष्ट्रीय अधिवेशन में राज ठाकरे के बेटे अमित ठाकरे (Amit Thackeray) भी पार्टी में शामिल हो गए. अमित को राज्य में उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) के बेटे आदित्य ठाकरे (Aditya Thackeray) के विकल्प के रूप में देखा जा रहा है. आदित्य ठाकरे को उद्धव ठाकरे के मंत्रिमंडल में भी जगह दी गई है.

Advertisment

यह भी पढ़ेंः राज ठाकरे ने पार्टी का झंडा बदलकर किया भगवा, शिवाजी के समय की करेंसी का भी फोटो

महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना प्रमुख राज ठाकरे ने गुरुवार को पार्टी के पहले महाधिवेशन में नया भगवा झंडा लॉन्च किया. मनसे के नए झंडे में शिवाजी महाराज के शासनकाल की मुद्रा प्रिंट है. झंडे को लॉन्च करने से पहले राज ठाकरे ने चाचा बाला साहब ठाकरे को याद किया. गुरुवार को राज ठाकरे ने अपने चाचा बाल ठाकरे की 94वीं जयंती पर पार्टी का नया झंडा लांच किया. पार्टी की इस विधानसभा चुनाव में करारी हार हुई थी. पार्टी ने महाराष्ट्र की 101 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे लेकिन सिर्फ एक सीट पर जीत मिली.

यह भी पढ़ेंः महाराष्ट्र सरकार के 100 दिन पूरे होने पर CM उद्धव जाएंगे अयोध्या, राहुल को भी दिया न्योता

बीजेपी से बढ़ रही करीबी
सूत्रों के मुताबिक राज ठाकरे इन दिनों बीजेपी से नजदीकी भी बढ़ा रहे हैं. इस बार महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव में मनसे कुछ खास नहीं कर सकी. मनसे ने 101 सीटों पर चुनाव लड़ा लेकिन सिर्फ एक सीट ही जीतने में वह कामयाब हुई. राज ठाकरे की राजनीति इस दिनों हाशिए पर हैं. दूसरी तरह शिवसेना के अलग होने के बाद बीजेपी को भी महाराष्ट्र में नए राजनीतिक दोस्त की जरूरत हैं. ऐसे में दोनों पार्टियों के बीच अंदरखाने बातचीत चल रही है.

Source : Kuldeep Singh

      
Advertisment