Breaking News: एएसपी आकाश राव गिरिपंजे को अंतिम संस्कार से पहले दिया गार्ड ऑफ ऑनर
स्मृति ईरानी ने गिनाईं मोदी सरकार की उपलब्धियां, भाजपा के संकल्प को सराहा
Raja Raghuvanshi Murder: हनीमून पर जाने वाले लोगों के लिए बड़ी खबर, खुद को ऐसे रखे सेफ
Gold-Silver Price: सोना 97,000 तो चांदी एक लाख के पार, जानें कहां क्या हैं पीली और सफेद धातु के दाम?
शाहरुख़ खान की बेगम गौरी ने अपने स्टाफ के लिए लिया इतना महंगा अपार्टमेंट, किराया सुनकर होंगे हैरान
बांग्लादेश: अवामी लीग का आरोप, 'यूनुस शासन में जेलें यातना कक्ष बन गई हैं, यहां हमारे कार्यकर्ताओं का मर्डर हो रहा'
इक्विटी म्यूचुअल फंड का एयूएम मई में बढ़कर रिकॉर्ड 72.2 लाख करोड़ रुपए रहा
बिहार में महारावण राज की स्थिति, प्रदेश की हालत खराब : पप्पू यादव
देश को बदलते हुए 140 करोड़ लोगों ने देखा : कैलाश विजयवर्गीय

कैसे राज ठाकरे के हाथों से फिसली राजनीति? विधानसभा चुनाव में करना होगा खुद को 'साबित'

Raj Thackeray: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में राज ठाकरे के सामने करो या मरो की स्थिति बनी हुई है. पिछले कुछ सालों में पार्टी की स्थिति खराब होती चली गई है. इस चुनाव में राज ठाकरे को खुद को साबित करना पड़ेगा.

Raj Thackeray: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में राज ठाकरे के सामने करो या मरो की स्थिति बनी हुई है. पिछले कुछ सालों में पार्टी की स्थिति खराब होती चली गई है. इस चुनाव में राज ठाकरे को खुद को साबित करना पड़ेगा.

author-image
Vineeta Kumari
New Update
raj thackerey mns

कैसे राज ठाकरे के हाथों से फिसली राजनीति?

Raj Thackeray: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव को महज कुछ ही दिन शेष रह गए हैं. इस चुनाव में 6 बड़ी पार्टियां आमने-सामने हैं. एक तरफ महायुति गठबंधन तो दूसरी तरफ महाविकास अघाड़ी. महायुति में बीजेपी, शिवसेना और अजित पवार की एनसीपी शामिल है तो वहीं महाविकास अघाड़ी में कांग्रेस, शिवसेना (यूबीटी) और शरद पवार की एनसीपी है. इन पार्टियों के अलावा एक और पार्टी है, जिस पर सबकी नजरें बनी हुई है. जी हां, हम बात कर रहे हैं राज ठाकरे की मनसे की. 

Advertisment

कैसे राज ठाकरे के हाथों से फिसली राजनीति?

2009 में राजनीति में कदम रखते ही राज ठाकरे की पार्टी ने शानदार प्रदर्शन किया था और 13 सीटों पर जीत हासिल की थी. वहीं, 10 सालों में पार्टी की स्थिति खराब होती चली गई और 2019 के विधानसभा चुनाव में राज ठाकरे की पार्टी ने सिर्फ एक सीट पर जीत हासिल की. अब 2024 के विधानसभा चुनाव में राज ठाकरे के लिए करो या मरो वाली स्थिति है.

राज ठाकरे के बेटे का राजनीतिक डेब्यू

हालांकि लोकसभा चुनाव में राज ठाकरे ने बीजेपी के लिए प्रचार किया था, लेकिन विधानसभा चुनाव में मनसे अकेले ही चुनाव लड़ रही है. इस चुनाव में राज ठाकरे को खुद को साबित करने की बड़ी चुनौती है. राज ठाकरे के बेटे अमित ठाकरे भी इसी चुनाव से सियासी पारी की शुरुआत करने जा रहे हैं. 

यह भी पढ़ें- 'उद्धव ठाकरे ने CM बनने के लिए कांग्रेस के साथ गठबंधन किया', शिंदे ने किया बड़ा खुलासा

बाला साहेब के उत्तराधिकारी बनना चाहते थे राज ठाकरे

राज ठाकरे ने अपने राजनीति की शुरुआत बाला साहेब ठाकरे के साथ शुरू की थी. राज ठाकरे बाला साहेब की राजनीति विरासत के उत्तराधिकारी बनना चाहते थे, लेकिन 2003 में उद्धव ठाकरे को बाला साहेब ने अपना सियासी वारिस घोषित कर दिया. यह ऐलान काफी चौंकाने वाला था क्योंकि लोग राज ठाकरे में बाला साहेब की छवि देखते थे. इस घोषणा के बाद राज ठाकरे ने अपनी अगल पार्टी मनसे बना ली. जिसके बाद से दोनों भाई राजनीति में एक-दूसरे के शत्रु बन चुके हैं. 

MAHARASHTRA NEWS Maharashtra Elections Raj Thackeray Maharashtra Assembly Election 2024 Maharashtra Assembly Maharashtra Elections 2024
      
Advertisment