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Mumbai cases of malaria and dengue
Mumbai Latest News: मुंबई में भारी बारिश के बाद अब स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं भी गंभीर होती जा रही हैं. मानसून के दौरान और बाद में मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया, गैस्ट्रो और H1N1 जैसी बीमारियों का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है. इस साल 1 से 14 अगस्त के बीच मानसूनी बीमारियों के मामलों में पिछले साल की तुलना में ज्यादा वृद्धि देखी गई है.
बीमारियों के मामलों में बढ़ोतरी
आपको बता दें कि आंकड़ों के अनुसार, इस साल मलेरिया, डेंगू और अन्य बीमारियों के मामलों में तेजी आई है. जहां पिछले साल मलेरिया के 555 मामले दर्ज किए गए थे, वहीं इस साल यह संख्या 1,080 तक पहुंच गई है. डेंगू के इस साल 562 मामले सामने आए हैं, जबकि पिछले साल इसी अवधि में यह संख्या कम थी. चिकनगुनिया के मामले भी 35 से बढ़कर 84 हो गए हैं. लेप्टोस्पायरोसिस के 172, गैस्ट्रो के 534 और हेपेटाइटिस (ए और ई) के 72 नए मामले भी दर्ज किए गए हैं. H1N1 के मामले भी बढ़कर 119 हो गए हैं, जबकि पिछले साल यह संख्या 116 थी.
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मानसून के बाद स्वास्थ्य समस्याएं
वहीं इस साल अगस्त की शुरुआत में हुई भारी बारिश के बाद लोगों में बीमारियों की संख्या में इजाफा हुआ है. लगातार हो रही बारिश के कारण मच्छरों के पनपने और पानी के ठहराव से मलेरिया, डेंगू जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ गया है. वहीं, गंदे पानी और खुले में खाने-पीने की चीजों से गैस्ट्रो और हेपेटाइटिस जैसी बीमारियों का संक्रमण फैल रहा है. हालांकि, मानसून ब्रेक के चलते अगले कुछ दिनों में बीमारियों के मामलों में कुछ कमी आ सकती है, लेकिन पिछले साल की तुलना में इस साल मानसूनी बीमारियों का प्रभाव ज्यादा गंभीर है.
आगामी दिनों में मुंबई का मौसम
आपको बता दें कि मौसम विभाग के अनुसार, मुंबई में आने वाले दिनों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना बनी हुई है. 15 अगस्त को अधिकतम तापमान 28.17 डिग्री सेल्सियस रहने की उम्मीद है, जबकि 16 और 17 अगस्त को तापमान क्रमशः 29.8 और 29.29 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है. इस दौरान हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है, जिससे बीमारियों के बढ़ने का खतरा भी बना रहेगा.
सावधानी बरतने की आवश्यकता
इसके अलावा आपको बता दें कि मानसून के दौरान स्वास्थ्य का ध्यान रखना बेहद जरूरी है. पानी उबालकर पीना, मच्छरों से बचाव के लिए उचित उपाय करना और खुले में खाने से बचना महत्वपूर्ण है. साथ ही, शुरुआती लक्षणों को नजरअंदाज न करें और समय पर चिकित्सीय परामर्श लें.