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वीर सावरकर पर राहुल की टिप्पणी को लेकर महाराष्ट्र में विरोध प्रदर्शन

कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की वीर वी.डी. सावरकर पर टिप्पणी के कुछ घंटों बाद महाराष्ट्र की सत्तारूढ़ बालासाहेबंची शिवसेना और भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने उनकी टिप्पणी की निंदा करते हुए पूरे राज्य में भारी विरोध प्रदर्शन किया. इसके साथ ही, सावरकर के पोते रंजीत सावरकर ने क्रांतिकारी हिंदू विचारक का कथित रूप से अपमान करने के लिए गांधी के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए शिवाजी पार्क पुलिस में शिकायत दर्ज कराई. इसके अलावा राज्य कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले के खिलाफ भी मामला दर्ज करने की मांग की.

Updated on: 17 Nov 2022, 09:00 PM

मुंबई:

कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की वीर वी.डी. सावरकर पर टिप्पणी के कुछ घंटों बाद महाराष्ट्र की सत्तारूढ़ बालासाहेबंची शिवसेना और भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने उनकी टिप्पणी की निंदा करते हुए पूरे राज्य में भारी विरोध प्रदर्शन किया. इसके साथ ही, सावरकर के पोते रंजीत सावरकर ने क्रांतिकारी हिंदू विचारक का कथित रूप से अपमान करने के लिए गांधी के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए शिवाजी पार्क पुलिस में शिकायत दर्ज कराई. इसके अलावा राज्य कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले के खिलाफ भी मामला दर्ज करने की मांग की.

महाविकास आघाडी घटक, शिवसेना-यूबीटी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने गांधी की टिप्पणियों से यह कहते हुए किनारा तक लिया कि वह कांग्रेस नेता के बयान से सहमत नहीं हैं, लेकिन उन्होंने भाजपा से इस मुद्दे का राजनीतिकरण नहीं करने का भी आह्वान किया.

मुंबई पुलिस ने कहा कि वह मामले में प्राथमिकी दर्ज करने से पहले मामले की जांच कर रही है. भारत जोड़ो यात्रा के दौरान, राहुल गांधी ने सावरकर पर न केवल ब्रिटिश शासकों की मदद करने बल्कि रिहाई के लिए डर से दया याचिका पर हस्ताक्षर करने का आरोप लगाते हुए निशाना साधा था.

गांधी ने गुरुवार को क्रांतिकारी द्वारा ब्रिटिश सरकार को लिखे एक पत्र को दिखाया और पढ़ा, जिसमें कहा गया था कि वह (सावरकर) औपनिवेशिक शासकों का सेवक बनना चाहते हैं. पत्र का हवाला देते हुए, कांग्रेस सांसद ने कहा कि सावरकर ने पत्र में- मैं आपके सबसे आज्ञाकारी सेवक बने रहने के लिए विनती करता हूं- लिखा था, क्योंकि वह ब्रिटिश शासकों से डर गए थे.

उन्होंने कहा- मैंने क्या गलत कहा है? मैंने केवल ऐतिहासिक सत्य प्रस्तुत किया है. महात्मा गांधी, पंडित जवाहरलाल नेहरू, सरदार वल्लभभाई पाटिल और अन्य लोगों को भी अंग्रेजों ने वर्षों तक जेल में रखा लेकिन उन्होंने औपनिवेशिक शासकों को ऐसे पत्र लिखकर अपनी रिहाई सुरक्षित नहीं की.

राहुल गांधी की टिप्पणी पर बीजेपी हमलावर है. उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और अन्य नेताओं ने राहुल गांधी को आड़े हाथों लिया, जिन्होंने गांधी पर इतिहास को विकृत करने का आरोप लगाया, जिसके लिए महाराष्ट्र के लोग उन्हें सबक सिखाएंगे. गांधी की टिप्पणी से नाराज बीएसएस-बीजेपी के सैकड़ों कार्यकर्ताओं और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के कार्यकर्ताओं ने मुंबई, ठाणे, पालघर, रत्नागिरी, नागपुर, अकोला और अन्य स्थानों पर जोरदार विरोध और प्रदर्शन किया.

उन्होंने राहुल गांधी के खिलाफ नारे लगाए, उनकी तस्वीरों पर कालिख पोत दी, उनके पुतले जलाए और सावरकर पर कथित अपशब्दों के लिए उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की.