महाराष्ट्र (Maharashtra) में जारी राजनीतिक उठापटक के बीच राष्ट्रपति शासन (President Rule) लगाए जाने की आशंका प्रबल हो गई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने आज ही आपात कैबिनेट बैठक (Emergency Cabinet Meeting) बुलाई थी, जो अब खत्म हो गई है. इस बीच राज्यपाल भगत सिंह कोशियारी (Governor Bhagat Singh Koshiyari) ने राज्य के ताजा हालात को लेकर कानूनी सलाह ली है. आज ही शाम को 8 बजे राज्यपाल द्वारा एनसीपी (NCP) को सरकार बनाने के लिए दी गई समयसीमा खत्म हो रही है. एनसीपी अगर सरकार बनाने में किसी तरह की असमर्थता जताती है तो राज्यपाल राज्य में राष्ट्रपति शासन की सिफारिश कर सकते हैं. पीएम नरेंद्र मोदी को आज मंगलवार को ही ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के लिए ब्राजील रवाना होने वाले हैं. उससे पहले राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू हो सकता है.
उधर, शिवसेना ने राष्ट्रपति शासन लगाए जाने के बाद के हालात से निपटने के लिए रणनीति बना ली है. शिवसेना नेता उद्धव ठाकरे ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल से बात की है. बताया जा रहा है शिवसेना राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाए जाने संबंधी फैसले को चुनौती देगी.
उधर, बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री निवास पर एक अहम बैठक हो रही है. हालांकि राजभवन ने अभी तक राष्ट्रपति शासन की सिफारिश करने से इनकार किया है.
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो