/newsnation/media/post_attachments/images/2019/11/23/maharshtra-22.jpg)
Maharashtra Politics( Photo Credit : (फाइल फोटो))
महाराष्ट्र में इतने दिनों से चल रहा सियासी संग्राम आखिरकार शनिवार को थम ही गया. राज्य की सियासत में मची हलचल पर विराम लगाते हुए आज भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) नेता देवेंद्र फडणवीस ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) नेता अजीत पवार उपमुख्यमंत्री बने हैं. राज्यपाल भगत सिंह कोशियारी ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस और अजीत पवार को क्रमश: मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई.
इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्विट करते हुए देवेंद्र फड़णवीस और अजीत पवार को बधाई दी. उन्होंने कहा, 'देवेंद्र फडणवीस जी और अजित पवार जी को मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने पर बधाई. मुझे विश्वास है कि वे महाराष्ट्र के उज्ज्वल भविष्य के लिए मेहनत और लगन से काम करेंगे.'
PM Modi: Congratulations to Devendra Fadnavis ji and Ajit Pawar ji on taking oath as the CM and Deputy CM of Maharashtra respectively. I am confident they will work diligently for the bright future of Maharashtra. pic.twitter.com/ZLFR3D0Jeh
— ANI (@ANI) November 23, 2019
वहीं बता दें कि शपथ ग्रहण के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए एनसीपी नेता और महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजीत पवार ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि शिवसेना और कांग्रेस से बातचीत में
अजीत पवार के बाद मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि शिवसेना ने जनादेश का बड़ा अपमान किया है. उन्होंने कहा, महाराष्ट्र जैसे बड़े राज्य के लिए ऐसा करना सही नहीं था. देवेंद्र फड़णवीस ने यह भी कहा कि महाराष्ट्र को एक स्थिर सरकार की जरूरत है, एक 'खिचड़ी' सरकार की नहीं.
ये भी पढ़ें: पीएम नरेंद्र मोदी और अमित शाह से एक मुलाकात और पलट गया महाराष्ट्र का पूरा गेम
उन्होंने कहा, मैं माननीय अजीत पवार साहब का आभारी रहूंगा कि उन्होंने बीजेपी के साथ आकर महाराष्ट्र को स्थिर सरकार देने का काम किया है. दिलचस्प बात यह है कि देवेंद्र फड़णवीस ने एक बार भी एनसीपी नेता शरद पवार का नाम नहीं लिया.
देवेंद्र फड़णवीस ने यह भी कहा कि वे महाराष्ट्र में स्थिर सरकार देने का काम करेंगे. काफी वक्त जाया हो रहा था. और वैसे भी तीन दलों का एक साथ सरकार बनाने से बेहतर था कि बीजेपी के साथ जाकर महाराष्ट्र को स्थिर सरकार दें.
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो