Maharashtra : महाराष्ट्र के कुछ पिछले कुछ दिनों से खूब चर्चा में हैं. इन गांवों में अचानक गंजों की बाढ़ आ गई है. कुछ दिन पहले महाराष्ट्र में बुलढाणा जिले के कुछ गांवों में एक अजीब बीमारी फैली. ऐसी बीमारी जिससे लोग चुटकियों में गंजे होने लगे. पूरे इलाके में दहशत फैल गई. हर कोई बस यही जानना चाहता था कि यह गंजेपन वाली बीमारी आखिर है क्या. अब एक रिसर्च में इसका जवाब मिल गया है. पद्म श्री डॉ. हिम्मत राव बावसकर ने अपनी रिपोर्ट में यह बड़ा दावा किया है. उन्होंने गंजेपन के लिए सरकारी राशन डिपो से मिलने वाले गेहूं को एक बड़ी वजह बताया है. दावा यह है कि इलाके के लोग जिस गेहूं को खा रहे थे उसमें एक रासायनिक तत्व की मात्रा बहुत ज्यादा थी.
इस खनिज का नाम है सेलेनियम
इस खनिज का नाम है सेलेनियम. दावा है कि राशन डिपो पर मिलने वाले गेहूं में सामान्य से 600 गुना ज्यादा सेलेनियम था. डॉक्टर बावसकर का यह भी कहना है कि इस तरह के गेहूं की सप्लाई आमतौर पर पंजाब और हरियाणा से होती है. यह जानकारी हैरान करने वाली है. गेहूं की वजह से गंजा होने की खबर किसी को भी चिंता में डाल सकती है, जो महाराष्ट्र में लोगों के साथ हुआ वह कहीं भी हो सकता है. बुलढाणा में गंजेपन वाली बीमारी का ऐसा कहर बरपा था कि कई लोगों की शादियां टूटने की नौबत आ गई. किसी ने खुद अपना सिर मुंडवा लिया तो किसी ने पढ़ाई तक छोड़ दी.
यह खबर भी पढ़ें- Mahila Samriddhi Yojana : दिल्ली की महिलाएं कर लें तैयारी, इस कागज के बिना नहीं मिलेंगे 2500 रुपए
दरअसल, इस रहस्यमयी बीमारी का असर 18 गांवों में दिखा, जहां करीब 300 लोग अचानक गंजे हो गए थे. गंजेपन वाली इस बीमारी का असर सबसे ज्यादा महिलाओं पर हुआ. एक दिन सिर में खुजली होती अगले दिन से बाल झड़ने लगते और तीन दिन में ही इंसान पूरी तरह गंजा हो जाता है. हालत यह थी कि लोग अपने बालों को हाथ लगाने से डर रहे थे और तब से वहां लोग इसी डर में जी भी रहे थे, जिसके बाद प्रशासन एक्टिव हुआ लोगों के सैंपल लिए गए तमाम तरह की जांच की गई और जांच में जो सामने आया उसके मुताबिक प्रभावित लोगों के खून में सेलेनियम का स्तर सामान्य से 35 गुना तक ज्यादा मिला.