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महाराष्ट्र में पंकजा मुंडे के बगावती तेवर, कहा- BJP चाहे तो निकाल दे, इन नेताओं ने भी साझा किया मंच

रैली में भाषण के दौरान एकनाथ खड़से ने चंद्रकांत पाटिल के सामने ही देवेंद्र फडणवीस पर हमला बोलते हुए कहा कि पार्टी में नेता घुटन महसूस कर रहे हैं.

Updated on: 12 Dec 2019, 05:27 PM

नई दिल्‍ली:

आज महाराष्ट्र के स्वर्गीय बीजेपी नेता गोपीनाथ मुंडे की जयंती है इस मौके पर उनकी बेटी पंकजा मुंडे ने बीड जिले में एक रैली का आयोजन किया है. महाराष्ट्र की राजनीति में यह अहम दिन है क्योंकि इस रैली में पंकजा मुंडे ने बीजेपी के खिलाफ बगावती तेवर दिखाते हुए पार्टी नेताओं के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. इस रैली में पंकजा के साथ एकनाथ खड़से भी मंच साझा कर रहे हैं. पंकजा मुंडे ने रैली में कहा कि ये छोटी-मोटी हार उनके लिए कोई मायने नहीं रखती हैं. आपको बता दें कि विधानसभा चुनाव में शिकस्त के बाद पंकजा मुंडे ने बीजेपी के नेताओं के विद्रोह कर रखा है. मीडिया की खबरों की मानें तो जल्द ही पंकजा मुंडे कोई बड़ा एलान कर सकती हैं.

आपको बता दें गोपीनाथ मुंडे की जयंती पर आयोजित इस रैली के मंच पर महाराष्ट्र के पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस के करीबी और महाराष्ट्र बीजेपी अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल भी मौजूद रहे. रैली में भाषण के दौरान एकनाथ खड़से ने चंद्रकांत पाटिल के सामने ही देवेंद्र फडणवीस पर हमला बोलते हुए कहा कि पार्टी में नेता घुटन महसूस कर रहे हैं. एकनाथ खड़से के भाषण के बाद पंकजा मुंडे ने रैली में आए लोगों से आग्रह किया कि चंद्रकांत पाटिल के बोलते समय कोई भी हूटिंग नहीं करेगा.

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रैली को संबोधित करते हुए बीजेपी नेता पंकजा मुंडे ने कहा, 'गोपीनाथ मुंडे भले ही हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन आज भी उन्हें लोग कितना चाहते हैं यह आज मुझे समझ आ रहा है. मेरी चुनाव में हार हुई है पर लोगों का प्यार आज भी मेरे साथ है. मुझे छोटी-मोटी चिल्लर हार नहीं झुका सकती है.' पंकजा ने आगे कहा, 'एक दिसंबर को मैंने फेसबुक पर पोस्ट लिखा था और आज 12 दिसंबर है. मैं क्या कदम उठा रही हूं यह सब देख रहे हैं. लोग मेरे बारे में सूत्रों के हवाले से खबरें चला रहे थे, इतने भी अच्छे लोगों के सूत्र थे तो किसी को यह पता क्यों नहीं लगा कि देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार शपथ लेने वाले हैं.' उन्होंने कहा कि मेरे अंदर भी मेरे पिता गोपीनाथ मुंडे के संस्कार हैं, मैं किसी को कभी धोखा नहीं देती.

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पंकजा ने आगे कहा कि, 'मैंने अपने सोशल मीडिया की पोस्ट में लिखा था कि प्रथम राष्ट्र, द्वितीय पार्टी और तृतीय मैं. तो कैसे उन लोगों ने यह सोच लिया कि मैंने धोखा करने वाली हूं. मीडिया में ये खबरें भी चलाई गई कि मैं पार्टी छोड़ने वाली हूं. मुझे उन लोगों से कोई अपेक्षा नहीं है. मुझे एकनाथ खड़से ने बताया कि हमें पार्टी से निकालने की कोशिश की जा रही है. पंकजा ने आगे कहा कि यह अफवाह उड़ाई गई कि मैं अलग पार्टी बनाऊंगी. पार्टी के ही लोग मुझे गुनहगार बताने लगे. पंकजा ने पीएम मोदी और अमित शाह पर निशाना साधते हुए कहा कि एक वक्त लाल कृष्ण आडवाणी, नितिन गडकरी, गोपीनाथ मुंडे बीजेपी को चलाते थे. लेकिन उनके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह पार्टी की कमान संभाले हुए हैं. पार्टी वही है लोग बदलते रहते हैं.

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पंकजा ने आगे कहा कि कुछ लोगों ने पार्टी को कैप्चर कर रखा है जो कि गलत है इस पार्टी को सबकी पार्टी बनाना है न कि कुछ लोगों के हाथों में मैं आज पार्टी की कोर कमिटी सदस्य तक नहीं हूं मुझे किसी पद की अपेक्षा भी नहीं है. अजित पवार के शपथ लेने के बाद मैंने सुप्रिया सुले की आंखों में आंसू भी देखें हैं. उन्होंने कहा, 'मुझे यह देखकर बड़ा दुख हुआ. घर जब टूटता है तब मुझे पता है क्या होता है. मैंने सुप्रिया सुले और मेरे एक कॉमन दोस्त को यह बात बताई कि अजित पवार का पार्टी छोड़ कर जाना मुझे अच्छा नहीं लगा. इसके बाद भी वो बाद में लोगों का खुशी-खुशी मिलती रही, क्योंकि उनके पीछे उनके पिता शरद पवार खड़े थे.'