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पंकजा मुंडे भाजपा को ‘ब्लैकमेल’ करने की कोशिश कर रही हैं : सांसद काकड़े

पूर्व मंत्री ने इसका भी संकेत दिया कि वह बीड जिले की पर्ली सीट अपने चचरे भाई और राकांपा नेता धनजंय मुंडे से इसलिए हारी क्योंकि ‘भाजपा के कुछ नेता’ नहीं चाहते थे कि वह चुनाव जीतें

Updated on: 13 Dec 2019, 07:43 PM

नई दिल्‍ली:

भाजपा से राज्यसभा सदस्य संजय काकड़े ने शुक्रवार को पार्टी नेता पंकजा मुंडे पर हमला किया और आरोप लगाया कि वह विधानसभा चुनाव में हार के लिए ‘अन्य’ को जिम्मेदार ठहराकर पार्टी को ‘ब्लैकमेल करने की कोशिश’ कर रही हैं. महाराष्ट्र के बीड जिले में अपने पिता गोपीनाथ मुंडे की पुण्यतिथि के मौके पर एक रैली को संबोधित करते हुए पंकजा मुंडे ने बृहस्पतिवार को कहा था कि वह अपनी पार्टी से नाखुश नहीं हैं, लेकिन भाजपा उनके पार्टी में बने रहने पर फैसला करने के लिए स्वतंत्र है. पूर्व मंत्री ने इसका भी संकेत दिया कि वह बीड जिले की पर्ली सीट अपने चचरे भाई और राकांपा नेता धनजंय मुंडे से इसलिए हारी क्योंकि ‘भाजपा के कुछ नेता’ नहीं चाहते थे कि वह चुनाव जीतें.

काकड़े ने आरोप लगाया, वह (पंकजा मुंडे) अपनी हार की जिम्मेदारी किसी ओर के मत्थे मढ़ने की कोशिश कर रही हैं और पार्टी से कुछ प्राप्त करने का प्रयास कर रही हैं. उन्होंने कहा, यह कुछ हासिल करने के लिए पार्टी को ब्लैकमेल करने की कोशिश है. सांसद ने कहा कि पंकजा मुंडे के बयान से भाजपा कार्यकर्ताओं को तकलीफ हुई है. उन्होंने कहा, गोपीनाथ मुंडे को भी हार का मुंह नहीं देखना पड़ा, क्योंकि वह लोगों से जुड़े रहते थे. लेकिन पंकजा के मामले में ऐसा नहीं है. उन्होंने अपने निर्वाचन क्षेत्र की उपेक्षा की. जातीय राजनीति की और इसलिए वह हारीं.

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पंकजा मुंडे ने दिखाए थे बगावती तेवर
इसके पहले बीड जिले में अपने पिता गोपीनाथ मुंडे की जयंती पर एक रैली को संबोधित करते हुए बीजेपी नेता पंकजा मुंडे ने कहा, 'गोपीनाथ मुंडे भले ही हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन आज भी उन्हें लोग कितना चाहते हैं यह आज मुझे समझ आ रहा है. मेरी चुनाव में हार हुई है पर लोगों का प्यार आज भी मेरे साथ है. मुझे छोटी-मोटी चिल्लर हार नहीं झुका सकती है.' पंकजा ने आगे कहा, 'एक दिसंबर को मैंने फेसबुक पर पोस्ट लिखा था और आज 12 दिसंबर है. मैं क्या कदम उठा रही हूं यह सब देख रहे हैं. लोग मेरे बारे में सूत्रों के हवाले से खबरें चला रहे थे, इतने भी अच्छे लोगों के सूत्र थे तो किसी को यह पता क्यों नहीं लगा कि देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार शपथ लेने वाले हैं.' उन्होंने कहा कि मेरे अंदर भी मेरे पिता गोपीनाथ मुंडे के संस्कार हैं, मैं किसी को कभी धोखा नहीं देती.

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