महाराष्ट्र सरकार ने सक्रियता दिखाते हुए मार्च में मुंबई के पास आयोजित होने वाले दिल्ली के निजामुद्दीन जैसे धार्मिक आयोजन को समय रहते रद्द करवा दिया था. सरकार ने इस कार्यक्रम को शुरुआत में दी गई अनुमति को वापस ले लिया था. गृह मंत्री अनिल देशमुख ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी. दिल्ली के निजामुद्दीन में हुआ आयोजन कोरोना वायरस फैलने का एक बड़ा कारण साबित हुआ है. एक आधिकारिक बयान के मुताबिक, मुंबई के बाहरी क्षेत्र वसई में आयोजित होने वाले दो दिवसीय भव्य धार्मिक आयोजन की शुरुआत में अनुमति दी गई थी, जिसे बाद में गृह विभाग ने निरस्त कर दिया था.
बयान में देशमुख के हवाले से कहा गया कि 'शमीम शिक्षा और समाज कल्याण' नाम के संगठन ने पश्चिमी वसई के दिवानमन गांव में 14-15 मार्च को तबलीगी इज्तिमा आयोजित करने की विभाग से अनुमति मांगी थी. इसमें करीब 50 हजार श्रद्धालुओं के एकत्र होने की सूचना दी गई थी.
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पुलिस ने पांच फरवरी को आयोजन की अनुमति दे दी थी लेकिन इस बीच कोरोना वायरस के मामले सामने के बाद कार्यक्रम की अनमुति पर पुनर्विचार किया और इतनी बड़ी संख्या में लोग एकत्र होने पर संक्रमण फैलने के खतरे के मद्देनजर छह मार्च को आयोजकों को इसे रद्द करने का आदेश दिया गया. साथ ही आयोजकों को सख्त चेतावनी दी गई कि वायरस के प्रसार को देखते हुए किसी भी सूरत में आयोजन नहीं हो अन्यथा कार्रवाई की जाएगी.
Source : Bhasha