महाराष्ट्र सरकार के लिए मुश्किलें खत्म नहीं हो रही है। शिवसेना के साथ 25 साल पुराना रिश्ता टूटने के बाद एनसीपी ने भी साफ कर दिया है कि वह समर्थन नहीं देगी। एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने बीजेपी को समर्थन दिए जाने वाली खबरों का खंडन कर दिया।
गोवा में चुनाव प्रचार के दौरान पवार ने साफ कर दिया कि उनकी पार्टी सांप्रदायिकता के पक्षधर और इसे फैलाने वालों के साथ नहीं जाएंगी। पवार ने कहा,'एनसीपी कभी भगवा पार्टी का समर्थन नहीं करेगी, सांप्रदायिक ताकतों से हाथ नहीं मिलाएगी और धर्मनिरपेक्षता पर समझौता नहीं करेगी।'
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माना जा रहा है कि बीएमसी चुनाव के बाद शिवसेना महाराष्ट्र में बीजेपी सरकार से अपना समर्थन वापस ले सकती है। ऐसे में बीजेपी को पवार से उम्मीदें थी। 2014 में विधानसभा चुनाव के बाद एनसीपी ने बिना शर्त समर्थन देने का भी ऐलान किया था। हालांकि इसके बाद शिवसेना ने सरकार को समर्थन देने का फैसला कर लिया था।
शिवसेना का अड़ियल रुख से ये कयास लगाए जा रहे है कि राज्य ही नहीं केंद्र से भी पार्टी अपना समर्थन वापस ले लेगी। वहीं राजनीतिक गलियारों में कहा जा रहा है कि पवार जो कहते है उसका ठीक उलट करते है। ऐसे में बीएमसी चुनाव के नतीजे के बाद ही सभी पार्टियों के रुख साफ नजर आएगें।
HIGHLIGHTS
- महाराष्ट्र में फडनवीस की सरकार को समर्थन देने से एनसीपी का इंकार
- बीएमसी चुनाव के बाद शिवसेना के बीजेपी सरकार से समर्थन वापस लेने की संभावना
Source : News Nation Bureau